गिरीराज सेना के संरक्षक सह हिंदूवादी नेता कमलदेव गिरि को चक्रधरपुर शहर के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर तुलसी भवन परिसर में गुरुवार को श्रद्धांजलि दी गई. इससे पूर्व कमलदेव गिरि के अस्थि कलश को परिजन कुदलीबाड़ी स्थित शमशान घाट से लेकर भारत भवन के समीप जहां कमलदेव की 12 नवंबर शनिवार शाम को बम मार कर हत्या हुई थी, वहां लेकर पहुंचे. वहां थोड़ी देर के लिए अस्थि कलश को रखा गया. इसके बाद तुलसी भवन ले जाया गया. यहां उपस्थित विद्यालय के शिक्षकों, विद्यार्थियों, परिवार के सदस्यों व स्थानीय लोगों ने अस्थि कलश व तस्वीर पर फूल माला चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किये. इस दौरान सभी की आंखें नम थी. अपने युवा नेता को विदाई देने के दौरान सभी रो रहे थे. मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष सतीश पुरी, विद्यालय के प्रधानाचार्य रमेश ठाकुर के अलावे कमलदेव गिरी के परिवार के सभी सदस्य, विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं व स्थानीय लोग मौजूद थे.
श्रद्धांजलि के बाद कमलदेव गिरि के अस्थि कलश को रेलवे स्टेशन से ले जाया गया. जहां से उनके परिजन स्टेशन से अस्थि विसर्जन के लिए रवाना हुए. उनकी अस्थियों को पांच कलश में रखा गथा था. बताया जाता है कि पांच पवित्र नदियों में दिवंगत कमलदेव गिरि की अस्थियों को विसर्जित किया जाएगा.
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दिवंगत कमलदेव गिरि के श्रद्धांजलि सभा को लेकर डीसी अनन्य मित्तल, एसपी आशुतोष शेखर, एडीसी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी भारत भवन के समीप पहले से ही तैनात थे. यहां कमलदेव गिरी के बड़े भाई फूलन देव गिरि ने डीसी व एसपी से अपराधियों को जल्द-जल्द गिरफ्तार कर सजा दिलाने की मांग की. जिस रास्ते से कमल देव गिरि का अस्थि कलश लाया गया, वहां पूरे रास्ते जवानों की तैनाती की गई थी. डीसी व एसपी साथ-साथ चल रहे थे.
जैसे ही दिवंगत कमलदेव गिरि की अस्थि कलश सरस्वती शिशु विद्या मंदिर तुलसी भवन पहुंची. वैसे ही बहन पूजा ने अस्थि कलश को चूमते हुए रो पड़ी. इस बीच पूजा बार-बार बेहोश हो जा रही थी. पूजा ने रो-रो कर अपरिधियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की.
हिंदूवादी नेता कमलदेव गिरि की हत्या के छठवें दिन गुरुवार को पूरा चक्रधरपुर शहर पुलिस छावनी में तब्दील रहा. शहर की विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह ड्रोन से निगरानी रखी गई. शहर के बाटा रोड, राजबाड़ी रोड, शहीद भगत सिंह चौक आदि जगहों में चेकनाका बनाया गया है. दुकानें रोज की तरह खुलने के बाद लोगों का भीड़ उमड़ पड़ा. गुरुवार को पहले की तरह चक्रधरपुर शहर सामान्य हो गया. रोजाना की तरह शहर बाजार में भीड़ उमड़ी, शहर में चहल-पहल पहले की तरह देखा गया. चारों तरफ दंडाधिकारी सहित पुलिस के जवान तैनात हैं.
शहर के 17 संवेदनशील जगहों पर 24 घंटे दंडाधिकारी सहित रैफ, जैप और झारखंड पुलिस के जवान तैनात हैं. पूर्व की तरह यात्री व माल वाहन गाड़ी चली. शहर में निगरानी करने के लिए पश्चिमी सिंहभूम जिला के उपायुक्त अनन्य मित्तल, एसपी आशुतोष शेखर, पोड़ाहाट एसडीओ रीना हांसदा, एसडीपीओ कपिल चौधरी, चाईबासा सदर डीएसपी सुधीर कुमार सहित जिले के कई थाना प्रभारी चक्रधरपुर में तैनात होकर विधि व्यवस्था संभाल रखे थे.
दिवंगत कमलदेव गिरि की अस्थि कलश यात्रा के दौरान सुरक्षा को देखते हुए भारत भवन चौक में स्थित सभी दुकानों को पुलिस ने एहतियात के तौर पर बंद करा दिया. करीब साढ़े तीन बजे अस्थि कलश भारत भवन चौक समीप स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर तुलसी भवन पहुंची. जहां श्रद्धांजलि दी गई.
कमलदेव के मंझले भाई फूलनदेव गिरि अस्थि कलश यात्रा लेकर पवित्र स्थानों में जाने से पूर्व अस्थियों की कसम लेते हुए कहा कि जिसने भी अपनी गलत ताकत का इस्तेमाल कर कमलदेव की हत्या की है, उसके दिन अच्छे नहीं रहेंगे. उन्हें भी कीमत चुकानी होगा. अस्थियों की कसम है, हत्यारें चैन से नहीं रह पायेंगे.