राज्यसभा से इस्तीफा देने वाले दिनेश त्रिवेदी को तृणमूल ने कहा विश्वासघाती, तो भाजपा ने कहा – वेलकम
नाटकीय ढंग से राज्यसभा में दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफा देने के बाद तृणमूल कांग्रेस के सीनियर नेता एवं राज्यसभा के सांसद सुखेंदु शेखर रॉय और बंगाल के बड़े नेता कल्याण बनर्जी की प्रतिक्रिया सबसे पहले आयी. कल्याण बनर्जी ने उन्हें विश्वासघाती और तृणमूल कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने वाला नेता बताया.
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और ममता बनर्जी के करीबी दिनेश त्रिवेदी ने शुक्रवार (12 फरवरी) को उच्च सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफा देने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें विश्वासघाती कहा, तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भगवा दल में उनका स्वागत है.
नाटकीय ढंग से राज्यसभा में दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफा देने के बाद तृणमूल कांग्रेस के सीनियर नेता एवं राज्यसभा के सांसद सुखेंदु शेखर रॉय और बंगाल के बड़े नेता कल्याण बनर्जी की प्रतिक्रिया सबसे पहले आयी. कल्याण बनर्जी ने उन्हें विश्वासघाती और तृणमूल कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने वाला नेता बताया.
राज्यसभा के सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि अचानक से इस नाटकीय अंदाज में दिनेश त्रिवेदी ने यह फैसला किया, इसकी वजह उन्हें समझ नहीं आती. साथ ही श्री रॉय ने राज्यसभा के सभापति पर भी सवाल खड़े किये. कहा कि किसी भी पार्टी को जितना समय आवंटित होता है, उसके नेता को उतनी ही देर बोलने की इजाजत होती है.
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श्री रॉय ने कहा कि दिनेश त्रिवेदी किसी मुद्दे पर नहीं बोल रहे थे. उन्होंने कुछ कहने की अनुमति मांगी और सभापति ने उन्हें अनुमति दे दी. यह बिल्कुल समझ से परे है. आखिर किसी नेता को इस तरह से सदन में बोलने की अनुमति कैसे दी जा सकती है. बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले इस तरह से दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे से पार्टी सन्न है.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि वर्ष 2019 के आम चुनाव में दिनेश त्रिवेदी ने बंगाल के बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था. लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले बाहुबली नेता अर्जुन सिंह ने उन्हें पराजित कर दिया था.
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दिनेश त्रिवेदी कभी ममता के बेहद करीबी हुआ करते थे. यही दिनेश त्रिवेदी राज्यसभा में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ आग उगलते थे. अब उनका कहना है कि बंगाल में लगातार हिंसा हो रही है, लेकिन वह राज्यसभा में कुछ बोल नहीं सकते. इसलिए उन्हें घुटन हो रही है. उनकी नैतिकता उन्हें सदन में रहने की इजाजत नहीं दे रही.
दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफा का विधानसभा कनेक्शन!
दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे का विधानसभा चुनाव 2021 कनेक्शन भी निकाला जा रहा है. चुनाव से पहले एक-एक करके तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेता पार्टी छोड़ रहे हैं. त्रिवेदी के इस्तीफे को भी उसी से जोड़कर देखा जा रहा है. दूसरी ओर चर्चा है कि वह अपने बेटे को राजनीति में सेट करना चाहते हैं. इसलिए तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं.
Posted By : Mithilesh Jha