पतन की ओर बढ़ रही है तृणमूल कांग्रेस, शुभेंदु अधिकारी के इस्तीफे के बाद बोली भाजपा और कांग्रेस

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पतन की ओर बढ़ रही है. तृणमूल की प्रगति में शुभेंदु अधिकारी ने जो भूमिका निभायी थी, उससे हम सभी वाकिफ हैं. उनका जाना यह दर्शाता है कि तृणमूल कांग्रेस पतन की ओर बढ़ रही है. शुभेंदु अधिकारी के परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने यह प्रतिक्रिया दी. भाजपा ने भी ऐसी ही बातें कहीं हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2020 1:57 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पतन की ओर बढ़ रही है. तृणमूल की प्रगति में शुभेंदु अधिकारी ने जो भूमिका निभायी थी, उससे हम सभी वाकिफ हैं. उनका जाना यह दर्शाता है कि तृणमूल कांग्रेस पतन की ओर बढ़ रही है. शुभेंदु अधिकारी के परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने यह प्रतिक्रिया दी. भाजपा ने भी ऐसी ही बातें कहीं हैं.

अपने गृह जिले पूर्वी मेदिनीपुर के अलावा पश्चिमी मेदनीपुर, बांकुड़ा, पुरुलिया और झाड़ग्राम के अलावा बीरभूम के कुछ हिस्सों में प्रभाव रखने वाले शुभेंदु अधिकारी ने जब गुरुवार को मंत्री पद से इस्तीफा दिया, तो भाजपा ने कहा कि तृणमूल के अंत की शुरुआत हो गयी है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने शुभेंदु के इस्तीफे को ‘तृणमूल कांग्रेस के अंत’ का सूचक बताया और कहा कि पार्टी का ‘अस्तित्व मिट’ जायेगा.

श्री घोष ने कहा कि उनकी पार्टी के द्वार अधिकारी और कई अन्य नेताओं के लिए खुले हुए हैं. वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकल रॉय ने शुभेंदु अधिकारी की प्रशंसा की और कहा कि यह उन पर निर्भर करता है कि वह भगवा दल में शामिल होते हैं अथवा नहीं. पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे अधिकारी ने शुक्रवार को राज्य के परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा के चुनाव अगले वर्ष अप्रैल-मई में होने की संभावना है.

Also Read: बिहार में बुरी तरह पिटी कांग्रेस बंगाल विधानसभा चुनाव में वामदलों के साथ गठबंधन की तैयारी में, राहुल ने की बैठक

उल्लेखनीय है कि शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम आंदोलन का प्रमुख चेहरा थे और यह आंदोलन पार्टी नेता ममता बनर्जी को वर्ष 2011 में सत्ता में लाने का एक अहम कारक बना था. पार्टी नेतृत्व से अनबन के बाद श्री अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा फैक्स के जरिये भेजा और उसे राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भी ई-मेल कर दिया. कुछ ही घंटों बाद राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया.

पार्टी से अलग सभाएं कर रहे थे शुभेंदु अधिकारी

शुभेंदु अधिकारी कई माह से कैबिनेट की बैठकों में शामिल नहीं हो रहे थे. सांसद सौगत रॉय और सुदीप बंद्योपाध्याय को उनसे बात करने और मामले को हल करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी. श्री अधिकारी लगातार राज्य का दौरा कर रहे थे और समर्थकों की रैलियों में शामिल हो रहे थे, लेकिन वह यह सब पार्टी के बैनर से दूर रहकर रहे थे, जो पार्टी के लिए आम बात नहीं है.

Also Read: बंगाल चुनाव से पहले ममता को झटका, परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने दिया इस्तीफा, भाजपा में शामिल होने की अटकलें
तृणमूल में ही रहेंगे शुभेंदु अधिकारी : सौगत रॉय

तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने इस घटनाक्रम पर कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शुभेंदु अधिकारी पार्टी में बने रहेंगे, क्योंकि उन्होंने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है. कहा कि शुभेंदु ने विधायक पद से भी अभी इस्तीफा नहीं दिया. सौगत रॉय ने कहा, ‘हम उनसे बात करेंगे.’

Also Read: कोरोना की वजह से झारखंड, बिहार, बंगाल समेत 13 राज्यों के 4 में 3 बच्चों में नकारात्मक भावनाएं बढ़ीं

Posted By : Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version