WB : लक्ष्मी भंडार योजना को लेकर राज्य भर में तृणमूल कांग्रेस निकालेगी धन्यवाद जुलूस,भाजपा के लिए बड़ा चैलेंज
राज्य में कुल मतदाताओं में से लगभग आधी महिला मतदाता हैं. लक्ष्मी भंडार योजना के तहत 2 करोड़ महिलाओं को भत्ता मिलता है. यानी कुल लाभार्थी परिवारों की संख्या 2 करोड़ है. उन्हें मई से बढ़ी दर पर लक्ष्मी भंडार योजना का पैसा मिलेगा.
पानागढ़, मुकेश तिवारी : लोकसभा चुनाव के पूर्व पश्चिम बंगाल (West Bengal) की तृणमूल सरकार द्वारा विधानसभा में बजट पेश कर राज्य भर में चकाचौंध मचा दिया है. मुख्य रूप से लक्ष्मी भंडार योजना के तहत 500 की जगह 1000 रुपए किए जाने से राज्य की महिलाओं में खुशी देखी जा रही है. यही कारण है की शनिवार को समूचे राज्य भर के ब्लॉक-ब्लॉक और ग्राम पंचायत क्षेत्रों में तृणमूल कांग्रेस धन्यवाद जुलूस निकाल कर राज्य सरकार के प्रति आस्था जताएगी.कल तृणमूल पार्टी लक्ष्मी भंडार के बढ़े हुए भत्ते के लिए धन्यवाद अभियान चलाएगी. पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के कार्यालय से यह संदेश पहले ही ब्लॉक-दर-ब्लॉक भेजा जा चुका है .
5000 लोगों को लेकर निकाला जाएगा धन्यवाद जुलूस
हर ब्लॉक में कम से कम 5000 लोगों को लेकर धन्यवाद जुलूस निकाला जाए. राज्य के बजट में ममता बनर्जी ने लक्ष्मी भंडार परियोजना के लिए भत्ता 500 रुपये से दोगुना कर 1,000 रुपये कर दिया है. साथ ही, अनुसूचित जाति और जनजाति महिलाओं के लिए इसे 1,000 रुपये से बढ़ाकर 1,200 रुपये कर दिया गया है. इस जुलूस के मार्फत मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया जायेगा. वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य इसी उद्देश्य से कोलकाता में महिला तृणमूल कार्यकर्ताओं के साथ गोलपार्क से हाजरा तक रैली करेंगी. इस उत्सव का उद्देश्य एवं प्रयोजन स्पष्ट है. लोकसभा चुनाव से पहले बंगाल की महिलाओं को गांव-गांव संदेश दिया गया कि उन्हें मई से बढ़ी दर पर लक्ष्मी भंडार योजना का पैसा मिलेगा.
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लक्ष्मी भंडार एक चालू परियोजना
लक्ष्मी भंडार एक चालू परियोजना है. इसलिए सरकार को लगता है कि चुनाव के बीच चुनाव आयोग इस योजना में भत्ते की राशि बढ़ाने से नहीं रोक पाएंगे. गौरतलब है कि मई की शुरुआत में योजना का पैसा सीधे महिलाओं के बैंक खातों में जाने के बाद भी कम से कम तीन या चार दौर की वोटिंग होगी. पर्यवेक्षकों के अनुसार, लक्ष्मी भंडार परियोजना ने राजनीतिक रूप से तृणमूल कांग्रेस के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम किया, इसका टेस्ट 2019 के विधानसभा चुनाव में देखा गया था. अब तृणमूल उस पुनः इस योजना की राह पर चलना चाहती है. राज्य में कुल मतदाताओं में से लगभग आधी महिला मतदाता हैं. लक्ष्मी भंडार योजना के तहत 2 करोड़ महिलाओं को भत्ता मिलता है. यानी कुल लाभार्थी परिवारों की संख्या 2 करोड़ है.अब भाजपा के लिए यह बड़ा चैलेंज हो गया है की वह राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब राज्य में कौन सा रणनीति बनाएगी जिसके द्वारा वह आगामी लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर सके यह बड़ा सवाल है ?
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