कोलकाता : पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के एक पार्षद की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गयी. पार्षद की उम्र 50 वर्ष थी. इस बीच, कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने घोषणा की है कि कोरोना से मरने वालों के परिजन अब अपने निकट संबंधी की चिता की राख श्मशान घाट से ले जा सकेंगे.
उत्तर 24 परगना जिला के बिधाननगर नगर निगम के तृणमूल कांग्रेस पार्षद सुभाष बोस की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बुधवार को मौत हो गयी. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. करीब 15 दिन पहले ही 50 वर्षीय बोस में संक्रमण की पुष्टि हुई थी.
सुभाष बोस का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. अधिकारी ने कहा, ‘उनकी हालत बिगड़ती गयी और बुधवार सुबह उनकी मौत हो गयी.’ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बोस के निधन पर शोक व्यक्त किया.
उधर, कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने कहा कि उसने कोविड-19 से जान गंवाने वाले लोगों की चिता की राख को विभिन्न श्मशानों में सम्मानपूर्वक रख रखा है. मृतकों के परिजन किसी भी समय उसे ले जा सकते हैं.
केएमसी प्रशासक मंडल के एक सदस्य अतिन घोष ने कहा कि नियम के अनुसार, कोविड-19 में जान गंवाने वालों के परिवार के सदस्य अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सकते, लिहाजा वे उस समय राख एकत्रित नहीं कर पाते हैं.
श्री घोष ने कहा, ‘अधिकारी पुजारी की मौजूदगी में शव के अंतिम संस्कार की सभी रस्में पूरी करते हैं. कलश में राख को रखा जाता है. मृतक के परिवार के सदस्य अगले दिन कलश एकत्रित कर सकते हैं. वे 14 दिन के कोरेंटिन (पृथकवास) के बाद भी उन्हें एकत्रित कर सकते हैं.’
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Posted By : Mithilesh Jha