तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के नेतृत्व बुधवार को जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) के स्नातक प्रथम वर्ष के उस छात्र के परिवार से मुलाकात की. जिसकी पिछले सप्ताह मौत हो गयी थी. पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में महिला एवं बाल विकास मंत्री शशि पांजा और स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य भी शामिल थीं. शिक्षा मंत्री ने कहा, जो हुआ, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है. जो लोग इसमें शामिल हैं, उन्हें दंडित किया जाना चाहिए.
तृणमूल नेताओं ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता पुलिस ने छात्र की मौत के सिलसिले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. स्वपनदीप गत बुधवार रात करीब पौने 12 बजे मुख्य छात्रावास की दूसरी मंजिल पर बनी बालकनी से कथित रूप से गिर पड़ा था और गुरुवार तड़के तकरीबन साढ़े चार बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी.
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राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बेहला में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्र की मृत्यु की घटना को लेकर प्रबंधन पर जम कर बरसीं. साथ ही उन्होंने वहां के छात्र यूनियनों को भी आड़े हाथों लिया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जादवपुर यूनिवर्सिटी में एक सीधे-साधे ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले छात्र की मृत्यु की घटना स्वीकार योग्य नहीं है. ऐसा लग रहा है कि जादवपुर अब आंतकपुर बन गया है. वहां की परिस्थिति ऐसी है कि जेयू कैंपस के अंदर पुलिस को भी प्रवेश करने नहीं दिया जाता. वहां पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही. पुलिस वहां इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सीसीटीवी लगाना चाहती है, लेकिन ऐसा करने नहीं दिया जाता. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जादवपुर यूनिवर्सिटी का कैंपस एरिया जैसे रेडफोर्ट हो गया है, जहां कोई प्रवेश नहीं कर सकता.
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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जेयू के छात्र को मार्क्सवादियों ने मारा है. उस छात्र को जबरन नीचे फेंक दिया गया. सीएम ने कहा कि इस घटना के पीछे कौन है? मार्क्सवादी, जो बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं. कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस के साथ हाथ मिला रहे हैं. तृणमूल उनका दुश्मन है. जादवपुर विवि के उस छात्र के हाथ में एक ताबीज था, जिसे उन लोगों ने खोलने के लिए कहा. जैसे लगता है कि किसी भी जमींदारी है. यह उन लोगों का रेड फोर्ट है. उन लोगों में समझ नाम की कोई चीज नहीं है.
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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जादवपुर की घटना को लेकर वह दुखित हैं. सीएम ने कहा कि वह सभी जगह जाती हैं, लेकिन जादवपुर यूनिवर्सिटी में नहीं जाती. क्योंकि भले ही पढ़ने में अच्छे हो सकते हैं, लेकिन सिर्फ पढ़ने में अच्छा होने से कुछ नहीं होता. हमारे अंदर मानवता भी होनी चाहिए. मैं यह नहीं कहती कि सभी छात्र बुरे हैं. लेकिन कुछ ऐसे माकपा पंथी भी हैं, जिनको लगता है कि वहां अगर कोई गांव से छात्र पढ़ने आता है तो उस अत्याचार करना उनका अधिकार है. छात्रों के कपड़े उतारे जा रहे हैं और उन्हें आज भी शर्म नहीं है.
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जादवपुर विवि की घटना को लेकर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष सरकार ने कहा कि दो सप्ताह के भीतर जांच पूरी कर दोषियों को कड़ी सजा देनी होगी. उन्होंने राज्य सरकार को भी निशाने पर लिया. उनका कहना था कि इस तरह के माहौल के लिए राज्य सरकार व जेयू प्रबंधन जिम्मेदार है. यूजीसी की गाइडलाइंस का पालन नहीं किया गया. शिक्षा राज्य सरकार का मामला है. मुझे उम्मीद है कि आम जनता से राज्य सरकार इस घटना के लिए माफी मांगेगी. गौरतलब है कि जादवपुर मामले में यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार स्नेहमंजू बसु और डीन ऑफ स्टूडेंट्स रजत रॉय को लालबाजार बुलाया गया है. दूसरी ओर राज्यपाल और यूनिवर्सिटी के चांसलर सीवी आनंद आज शाम 5 बजे यूनिवर्सिटी अधिकारियों के साथ आपात बैठक कर रहे हैं. अब तक इस मामले में 9 से अधिक लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है मामले की जांच की जा रही है.
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