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बंगाल में पंचायत चुनाव: तृणमूल कांग्रेस ने शुरू की तैयारी, मुकुल रॉय ने की बैठक

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद तृणमूल नेता मुकुल राॅय पंचायत चुनाव के पहले बंगाल की राजनीति में सक्रिय होने लगे हैं. कालीपूजा के बाद मुकुल रॉय के घर पर तृणमूल नेताओं की भीड़ देखने को मिली. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां शुरु हो गई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2022 5:24 PM
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पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद तृणमूल नेता मुकुल राॅय (Mukul Ray ) पंचायत चुनाव के पहले बंगाल की राजनीति में सक्रिय होने लगे हैं.कालीपूजा के बाद मुकुल रॉय के घर पर तृणमूल नेताओं की भीड़ देखने को मिली. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां शुरु हो गई है. अभिषेक बनर्जी के करीबी नेता हों या पार्टी के पुराने नेता- सभी कृष्णानगर नॉर्थ में बीजेपी विधायक के साथ मौज-मस्ती करते दिखे. गौरतलब है कि मुकुल राॅय ने भारतीय जनता पार्टी को छाेड़कर तृणमूल का दामन थामा था. अब मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां जोर शोर से चल रही है.

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पंचायत चुनाव को लेकर हुई थी अहम बैठक 

मिली जानकारी के अनुसार मुकुल राॅय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ अहम बैठक किया है जिसके बाद से वह पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां शुरु कर दिये हैं. उसके बाद से पार्टी के कई शीर्ष स्तर के नेता, मंत्री, पार्थ भौमिक, ज्योतिप्रिय मल्लिक मुकुल रॉय के घर पहुंचे. वे कभी मुकुल रॉय के करीबी माने जाते थे. कभी कांचड़ापाड़ा में मुकुल के घर जाते हैं तो कभी साल्टलेक के घर. कांचरापाड़ा के पूर्व उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह, नगर पालिका के कई पार्षद, बर्दवान के तृणमूल नेताओं ने भी कालीपूजा पर मुकुल रॉय के घर पहुंचे. कुछ दिनों पहले राजनीति में व्यावहारिक रूप से निष्क्रिय हो चुके सिउरी के नेता स्वपन घोष भी मुकुल रॉय के घर गए थे.

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अंतिम सूची नवंबर के अंतिम सप्ताह में होगी प्रकाशित 

दो नवंबर तक संबंधित जिलाधिकारियों और राज्य चुनाव आयोग से सीट व्यवस्था को लेकर शिकायत कर सकेंगे. संशोधन जिला कार्य 7 से 16 नवंबर तक होगा. अंतिम सूची नवंबर के अंतिम सप्ताह में प्रकाशित हो सकती है. यदि अंतिम सूची नवंबर के अंत में प्रकाशित होती है तो प्रमुख, उपप्रधान, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष पदों को आरक्षित करने का कार्य दिसंबर के पहले सप्ताह से शुरू हो जायेगा, जो 31 दिसंबर तक जारी रहेगा. इसके बाद जनवरी की शुरुआत में पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी की जा सकती है.

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