चुनाव से पहले टीएमसी में रार ठन गई है. अलीपुरदुआर में टीएमसी नेता एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोलने लगे हैं, जिससे पार्टी हाईकमान की परेशानी बढ़ गई है. बताया जा रहा है कि अलीपुरदुआर के दिग्गज नेता मोहन शर्मा और उनके समर्थक कालचीनी के उम्मीदवार के लिए प्रचार नहीं करने का सिद्धांत लिये है. तृणमूल के जिला उपाध्यक्ष असीम मजुमदार ने भी अपने शब्दों में यह स्पष्ट कर दिया है.
सभा में तृणमूल के जिला उपाध्यक्ष व कालचीनी के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष असीम मजूमदार, युवा सचिव आजाद अंसारी समेत कालचीनी विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों तृणमूल कार्यकर्ता, समर्थक आदि उपस्थित रहे. घंटो तक उनकी सभा चलती रही, सभा में कुछ देर के लिए मोहन शर्मा भी पहुंचे हुए थे. सभा के समाप्ति पर बताया गया कि इस बार के विधानसभा चुनाव में अलीपुरदुआर जिला परिषद के मेंटर मोहन शर्मा और उनके समर्थक कालचीनी विधानसभा के उम्मीदवार पासांग लामा के लिए प्रचार पर नहीं निकलनेवाले हैं.
जिसकी जानकारी देते हुए बुधवार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अलीपुरदुआर तृणमूल के उपाध्यक्ष असीम मजुमदार ने भी यह स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्हें कालचीनी विधानसभा केंद्र पर एक स्वच्छ छवि वाला उम्मीदवार चाहिए था जिसे राज्य नेतृत्व को बार-बार जनाने के बावजूद भी उन्हें वैसा प्रत्याशी नहीं मिला है. इसलिए वे उम्मीदवार के लिए प्रचार नहीं कर रहे हैं.
उन्होंने पीके टीम के खिलाफ भी अपना गुस्सा प्रकट किया है. असीम मजूमदार ने यह भी कहा कि कोलकाता के एक प्रवासी नेता ने उम्मीदवारों को चुनने का फैसला किया है और दल को जिताने की जिम्मेदारी भी उनकी है. इधर इस तरह के माहौल में राजनीतिक विशेषज्ञों को अनुमान है कि तृणमूल के आपसी झगड़े में कालचीनी सीट कहीं उनके हाथ से ना निकल जाये.
Posted By – Aditi Singh