अलीगढ़ : एक मजबूर पिता कर्ज में डूबने के कारण अपने कलेजे के टुकड़े बेटे को 6 से 8 लाख रुपए में बेचने को मजबूर है. अलीगढ़ के रोडवेज बस स्टैंड चौराहे पर यह देखने को मिला तो हर कोई सिहर उठा. चौराहे पर एक व्यक्ति अपनी पत्नी, बेटी और बेटे के साथ बेटे की सेल लगाए हुआ था. कर्म से दबे मजबूर पिता ने अपने गले में एक पट्टिका लटका कर उस पर लिख रखा है कि मेरा बेटा बिकाऊ है, मुझे मेरा बेटा बेचना है घटना थाना गांधी पार्क इलाके की है. दरअसल, अलीगढ़ के थाना महुआ खेड़ा थाना इलाके के निहार मीरा स्कूल के पास का रहने वाला राजकुमार का आरोप है कि उसने कुछ प्रॉपर्टी खरीदने के लिए नामजद लोगों से उधार लिया था, लेकिन दबंग सूदखोरों ने हेरा फेरी करके राजकुमार को कर्जदार बना दिया और अपने रुपए निकलवाने के लिए उसकी उस प्रॉपर्टी के कागजों को बैंक में रखवा कर लोन इश्यू करा लिया. राजकुमार का आरोप है कि न मुझे प्रॉपर्टी मिली और न ही मेरे हाथ में रुपया बचा. अब दबंग लगातार उस पर रुपए वसूलने का दवाब बन रहा है. राजकुमार का आरोप है कि उससे दबंग सूदखोर ने कुछ दिन पहले उसका ई रिक्शा छीन लिया, जिसे चलाकर वह अपने परिवार का भरण पोषण करता है.
राजकुमार का कहना है कि अब वह इतना परेशान हो चुका है कि अपने बेटे को बेचने के लिए बस स्टैंड चौराहे पर अपनी पत्नी, बेटे और एक छोटी बेटी के साथ आकर बैठ गया. राजकुमार ने आगे बताया कि वह चाहता है कि अगर मेरा बेटा 6 से 8 लाख रुपए में कोई खरीद लेगा तो कम से कम मैं अपनी बेटी को पढ़ा लिखा सकूंगा. उसकी शादी कर सकूंगा और अपने परिवार को पाल सकूंगा. वहीं, राजकुमार का यह भी कहना है कि वह क्षेत्रीय पुलिस के पास गया था, लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिली तो उसको अब यह कदम उठाना पड़ा. यह सब देखकर राहगीरो की मौके पर भीड़ जुटने लगी. इसी भीड़ में मौजूद एक महिला ने राजकुमार और उसकी पत्नी, बच्चों को समझाने का प्रयास किया और कहा कि बच्चे कितने मुश्किल से मिलते हैं, अपने जिगर के टुकड़ों को कोई ऐसे कैसे बेच सकता है, हालांकि, करीब घंटे भर बाद मौके पर थाना गांधी पार्क पुलिस पहुंची और राजकुमार को उसके परिवार समेत अपने साथ ले गई.
Also Read: Aligarh : ट्रैफिक इंस्पेक्टर को पीटने दो आरोपी गिरफ्तार, CCTV की फुटेज देखने के बाद पुलिस ने लिया एक्शन
मामले को लेकर एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि एक व्यक्ति द्वारा अपने रिश्तेदार से कुछ रुपए उधार लिए गए थे. उसके बाद उसने अपने रिश्तेदार पर सूदखुदी का आरोप लगाया था. इस संबंध में पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया गया है और पीड़ित की समस्या का निस्तारण किया गया है.