Lockdown : लॉकडाउन के दौरान हुआ जुड़वां बच्चे का जन्म, नाम रखा गया कोविड और कोरोना
coronavirus in raipur : लॉकडाउन के बीच एक ऐसी खबर आयी है जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है. दरअसल, छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक महिला ने जुड़वां बच्चे को जन्म दिया जिसका नाम कोरोना और कोविड रखा गया है.
coronavirus in raipur : कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की गयी है जो 14 अप्रैल तक जारी रहेगा. लॉकडाउन के बीच एक ऐसी खबर आयी है जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है. दरअसल, छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक महिला ने जुड़वां बच्चे को जन्म दिया जिसका नाम कोरोना और कोविड रखा गया है. खबरों की मानें तो 27 मार्च को शहर के आंबेडकर अस्पताल में एक महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. लोगों के मन से महामारी के भय को दूर करने के लिए महिला और उसके परिवार ने जुड़वा बच्चों का नाम ऐसा रखा जो पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया. हालांकि इसके बाद परिवार ने कहा कि वे बाद में बच्चों के नाम पर विचार करेंगे.
बच्चों की मां प्रीति वर्मा ने कहा कि मैंने 27 मार्च को जुड़वा बच्चे को जन्म दिया. एक लड़का जबकि दूसरी लड़की. फिलहाल हमने इनका नाम कोरोना और कोविड रखा है. आगे उसने कहा कि बच्चों को जन्म देने के दौरान मुझे बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. यही वजह है कि मैंने और मेरे पति ने इस कठिनाई भरे वक्त में कुछ नया करने का सोचा और इस पल को यादगार बनाया.
महिला ने कहा कि अस्पताल के लोगों ने भी बच्चों का नाम कोविड और कोरोना पुकारना शुरू कर दिया है. हम इस महामारी के खत्म हो जाने के बाद बच्चों का नाम बदल देंगे. आगे उन्होंने बताया कि 26 की रात को मुझे लेबर पेन हुआ जिसके बाद हमने 102 में कॉल करके महतारी एक्सप्रेस को बुलाया. अस्पताल जाने के क्रम में हमें पुलिस ने जगह-जगह रोका हालांकि उन्होंने हमें तंग नहीं किया और अस्पताल जाने दिया. अस्पताल के कर्मचारियों ने भी हमारा पूरा सहयोग किया.
बताया जा रहा है कि यह दंपत्ति मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. आगे महिला ने बताया कि हमारे परिवार के लोग बच्चों को देखने अस्पताल आना चाहते हैं लेकिन लॉकडाउन के कारण वे यहां नहीं पा रहे हैं. अस्पताल के पीआरओ ने बताया कि मां और बच्चे दोनों स्वस्थ हैं. दंपत्ति के अस्पताल पहुंचने के 45 मिनट बाद बच्चों का जन्म हुआ. बच्चों के कोविड और कोरोना नाम के कारण पूरे अस्पताल में इसकी चर्चा है.