ढाई माह बीता, 5 फीसदी ही लक्ष्य पूरा; अभी तक एक भी नहीं बना है डोभा
मनरेगा में डोभा का निर्माण कार्य धीमी गति से हो रहा है. हालांकि डोभा निर्माण कार्य की तिथि पूर्व में 15 जून तक के लिए ही निर्धारित की गयी थी
गिरिडीह : मनरेगा में डोभा का निर्माण कार्य धीमी गति से हो रहा है. हालांकि डोभा निर्माण कार्य की तिथि पूर्व में 15 जून तक के लिए ही निर्धारित की गयी थी. अब सरकारी स्तर से तिथि में बढ़ोतरी किये जाने की संभावना है. पूरे जिले में मनरेगा के तहत 4658 डोभा निर्माण कार्य का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2020-21 में निर्धारित किया गया था. जिसमें से मात्र 241 (5 %) डोभा ही बना है. डोभा निर्माण कार्य में 2.21 लाख जॉब कार्डधारी लगे हुए हैं.
14000 प्रवासी मजदूरों को भी इस कार्य में जोड़ा गया है. अधिकारिक स्तर से डोभा निर्माण को गति देने का निर्देश है, लेकिन अभी तक विभाग को इसमें आशातीत सफलता नहीं मिल सकी है. 13 जून को डीडीसी मुकुंद दास ने सदर प्रखंड मुख्यालय में प्रखंड सचिव, रोजगार सेवक व विभागीय कर्मियों के साथ विकास योजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक की थी.
बैठक में डीडीसी ने स्पष्ट किया था कि बरसात के पूर्व ही डोभा निर्माण कार्य पूर्ण कर लेना है. सदर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में 174 डोभा निर्माण कार्य का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन 15 जून तक एक भी डोभा का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है. डीडीसी ने डोभा निर्माण कार्य में मनरेगा के जॉब कार्डधारियों के साथ-साथ प्रवासी मजदूरों को भी काम से जोड़ने का निर्देश दिया है. कहा कि जो प्रवासी मजदूर डोभा निर्माण कार्य से जुड़ना चाहते हैं, उनका तुरंत जॉब कार्ड बनाया जाये और उन्हें काम उपलब्ध कराया जाये.
बीडीओ-बीपीओ को दिया गया निर्देश – डीडीसी : डीडीसी ने कहा कि संबंधित प्रखंड के बीडीओ व मनरेगा के बीपीओ को डोभा निर्माण कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया गया है. जिस प्रखंडों में उपलब्धि कम है, वहां के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे स्थलीय निरीक्षण कर लाभुकों को डोभा निर्माण कार्य को पूरा करने का निर्देश दें. ताकि डोभा निर्माण कार्य को गति मिल सके. उन्होंने कहा कि मनरेगा के जॉब कार्डधारी व प्रवासी मजदूर को इस कार्य से जोड़ा गया है. जो प्रवासी मजदूर काम चाहते हैं, वे प्रखंडों में आकर काम मांगें, उन्हें काम उपलब्ध कराया जायेगा.