बंगाल के दो वीर योद्धा गार्ड ऑफ ऑनर के बाद पंचतत्व में विलीन, चीनी सैनिकों के साथ लोहा लेते हुए लद्दाख में हुआ था शहीद
Galwan Valley, Ladakh, India-China Face Off, Birbhum, Alipurduar : कोलकाता/बीरभूम : लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में वीरगति को प्राप्त हुए सिपाही राजेश ओरंग एवं विपुल राय का पार्थिव शरीर शुक्रवार (19 जून, 2020) को पंचतत्व में विलीन हो गया. पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला स्थित पैतृक गांव बेलगोरिया में राजेश ओरंग का अंतिम संस्कार हुआ, तो अलीपुरदुआर के बिंदीपारा गांव में विपुल राय को अंतिम विदाई दी गयी. दोनों जगहों पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग उमड़ पड़े. ओरंग व विपुल उन 20 भारतीय सैनिकों में थे, जो 15-16 जून की दरम्यानी रात को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में शहीद हुए थे.
कोलकाता/बीरभूम : लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में वीरगति को प्राप्त हुए सिपाही राजेश ओरंग एवं विपुल राय का पार्थिव शरीर शुक्रवार (19 जून, 2020) को पंचतत्व में विलीन हो गया. पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला स्थित पैतृक गांव बेलगोरिया में राजेश ओरंग का अंतिम संस्कार हुआ, तो अलीपुरदुआर के बिंदीपारा गांव में विपुल राय को अंतिम विदाई दी गयी. दोनों जगहों पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग उमड़ पड़े. ओरंग व विपुल उन 20 भारतीय सैनिकों में थे, जो 15-16 जून की दरम्यानी रात को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में शहीद हुए थे.
सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम सैन्य विमान से चंडीगढ़ के रास्ते लेह से सिपाही ओरंग के पार्थिव शरीर को यहां लाये जाने के बाद पानागढ़ सैन्य अस्पताल में रखा गया था, जिसे सुबह उनके घर पहुंचाया गया. तिरंगे से लिपटे ताबूत को देखकर परिवार के लोग और वहां उपस्थित जनसैलाब की आंखों से आंसू निकल पड़े. भारी संख्या में मौजूद लोगों ने वीर जवान को अश्रुपूरित नेत्रों से श्रद्धांजलि दी.
गांव के निवासियों ने भारतीय सैनिकों पर चीनी सैनिकों के नृशंस हमले को लेकर आक्रोश जाहिर किया और चीनी उत्पादों के पूर्ण बहिष्कार की मांग की. ओरंग के परिवार में उनके माता-पिता और दो बहन हैं. उनका अंतिम संस्कार गांव के पास एक स्थान पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया. राज्य के अन्य शहीद सैनिक हवलदार विपुल राय के पार्थिव शरीर को शाम को अलीपुरदुआर जिला के बिंदीपारा गांव ले जाया गया, जो गुरुवार की रात को हसीमारा सैन्य अस्पताल में रखा गया था.
Also Read: मालदा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स, नर्स व स्वास्थ्यकर्मियों ने दी हड़ताल की चेतावनी, प्रिसिंपल को सौंपा ज्ञापनइसके पहले, पश्चिम बंगाल के दो गांवों में लोगों के चेहरे पर दु:ख और गुस्सा साफ झलक रहा था, जो लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की सेना के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए अपने सपूतों के अंतिम दर्शन के लिए इंतजार कर रहे थे. अलीपुरदुआर जिले में हवलदार बिपुल राय के बिंदीपाड़ा गांव में महिलाएं अपने शहीद सपूत की याद में खाना नहीं पका रहीं थीं. शहीद जवान के दोस्तों ने उत्तर बंगाल के इस गांव में उनका पार्थिव शरीर पहुंचने पर ताबूत रखने के लिए एक मंच तैयार किया था.
इधर, लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिकों की शहीदत से गुस्साये लोगों ने पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में चीन विरोधी प्रदर्शन किये. शहीद सैनिकों में से दो पश्चिम बंगाल के थे. बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और उन्होंने चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया. राज्य के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने चीनी झंडे और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पोस्टर जलाये. लोगों ने भारतीय सैनिकों के बलिदान को याद करते हुए उनके समर्थन में नारे लगाये.
शिवसेना की राज्य इकाई ने कोलकाता स्थित साल्ट लेक क्षेत्र में चीनी वाणिज्य दूतावास के बाहर मार्च निकाला और मोबाइल फोन सहित चीनी उत्पादों को नष्ट किया. शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सरकार ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि भारत सरकार चीनी उत्पादों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाये. चीन में बने उत्पादों का उपयोग करना हमारे जवानों की शहादत का अपमान है.’
Also Read: वेतन विसंगतियों से नाराज होकर स्वास्थ्यकर्मियों ने होम कोरेंटिन में जाने की दी चेतावनीयुवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मध्य कोलकाता में विरोध रैली निकाली और चीन विरोधी नारे लगाये. उन्होंने चीन में बने उत्पादों के बहिष्कार का भी आह्वान किया. चीनी उत्पादों के लिए प्रसिद्ध सिलीगुड़ी के हांगकांग मार्केट में व्यापारियों ने कहा कि वे बाजार का नाम बदलने और पड़ोसी देश के उत्पादों के बहिष्कार की योजना बना रहे हैं. प्रदेश भाजपा ने बुधवार को कैंडललाइट मार्च निकाला था.
Posted By : Mithilesh Jha