UP News: वाराणसी में मां की लाश के साथ एक साल से रहती मिलीं दो बेटियां, शक होने पर ऐसे हुआ खुलासा, जानें मामला

मकान के अंदर कंकाल के साथ उषा त्रिपाठी की दोनों बेटियां बैठी हुईं थींं. इस पर मामले की जानकारी तत्काल वाराणसी पुलिस को दी गई. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों लड़कियों से पूछताछ शुरू की. उन्होंने बताया कि उनकी मां उषा त्रिपाठी की मौत 8 दिसंबर 2022 को हो गई थी

By Sanjay Singh | November 30, 2023 5:58 AM
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Varanasi News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद में मां की मौत के एक साल बाद तक दो बहनों ने लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगने दी. उन्होंने मां का अंतिम संस्कार भी नहीं कराया और शव को घर पर ही छिपाकर रखा. दोनों लड़कियों के करीब एक हफ्ते से नजर नहीं आने पर जब लोगों ने इसकी जानकारी रिश्तेदार को दी, तब मामले का खुलासा हुआ. बताया जा रहा है कि 8 दिसंबर 2022 को मदरवा निवासी उषा त्रिपाठी की मौत हो गई थी, तब से उनकी बेटियां शव के साथ जिंदगी गुजार रही थीं. पुलिस अब मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है. दोनों बहनों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि 52 वर्षीय उषा त्रिपाठी के पति की दो साल पहले मौत हो गई थी. उषा त्रिपाठी की दो बेटियां हैं. कुछ दिनों से वह लोगों को नजर नहीं आईं. इस पर वाराणसी में लंका थाना के मदेरवा इलाके में कुछ लोगों ने उषा त्रिपाठी के बहनोई धर्मेंद्र त्रिपाठी को फोन किया. धर्मेंद्र मीरजापुर में रहते हैं. स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि उषा त्रिपाठी की दोनों बेटियां करीब एक हफ्ते से नजर नहीं आ रही हैं. अनहोनी की आशंका में धर्मेंद्र त्रिपाठी मीरजापुर से वाराणसी पहुंचे और घर का दरवाजा खटखटाया. काफी देर तक कोई प्रति​क्रिया नहीं हुई. इसके बाद जब लोग घर के अंदर दाखिल हुए तो अंदर का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए.

मां के कंकाल के साथ बैठी मिली दोनों बेटियां

मकान के अंदर एक कमरे में चादर और कंबल में लिपटी हुए कंकाल के साथ उषा त्रिपाठी की दोनों बेटियां बैठी हुईं थींं. इस पर मामले की जानकारी तत्काल वाराणसी पुलिस को दी गई. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों लड़कियों से पूछताछ शुरू की. इस पर उन्होंने बताया कि उनकी मां उषा त्रिपाठी की मौत 8 दिसंबर 2022 को हो गई थी. दोनों बहनें आर्थिक रूप से सक्षम नहीं थीं, इसलिए उन्होंने अंतिम संस्कार नहीं किया. उन्होंने मां की मौत की वजह बीमारी बताई. दोनों बहनों ने पुलिस को बताया कि जब इस बारे में रिश्तेदारों ने पूछा तो उन्होंने कह दिया कि मां का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. पुलिस ने दोनों बहनों को हिरासत में ले लिया है. मां की मौत के बाद दोनों लड़कियां करीब सालभर से कैसे अपना खर्च चला रहीं थीं, इस पर उन्होंने पुलिस को बताया कि घर में मौजूद सामान और कई गहने उन्होंने बेच ​दिए. इससे मिले रुपए से किसी तरह काम चल रहा था. कभी-कभी पड़ोसियों से उन्होंने कर्ज मांगकर भी जरूरतों को पूरा किया.

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एक साल तक कैसे चल रहा था गुजारा?

पड़ोसियों ने बताया कि उषा त्रिपाठी की बड़ी बेटी पल्लवी की उम्र करीब 27 वर्ष है, उसने ग्रेजुएशन किया है. वहीं दूसरी बेटी 17 वर्षीय वैश्विक त्रिपाठी दसवीं की छात्रा है. पुलिस अब इस बात की पड़ताल कर रही कि बीते एक साल से इन लोगों की पढ़ाई कैसे चल रही थी. स्कूल कॉलेज की फीस कैसे जमा हो रही थी. वैश्विक त्रिपाठी स्कूल जाती थी या नहीं. वहीं मां का अंतिम संस्कार नहीं करने के पीछे आखिर असली वजह क्या थी? जो दलील दोनों बहनों ने दी है, उस पर यकीन करना मुश्किल हो रहा है. पुलिस इस बात की पड़ताल में जुट गई है कि आखिर एक साल तक दोनों बहनों ने मां का अंतिम संस्कार क्यों नहीं कराया. साथ ही लोगों को इसकी भनक क्यों नहीं लगने दी. दोनों बहनें आखिर क्यों नहीं चाहती थीं कि उनकी मां की मौत की जानकारी लोगों को हो.

कपड़ों में लिपटा मिला कंकाल

उधर घर में मां का एक साल तक शव छिपाने की जानकारी मिलने पर पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे. डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम भी घर पर पहुंचकर दोनों बहनों से बातचीत की और घटना के बारे में पूछा. वहीं स्थानीय पुलिस के मुताबिक घर के अंदर कंकाल एक चादर और कंबल में लिपटा हुआ मिला है. कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. इसके तस्वीर साफ हो सकेगी कि महिला की मौत स्वाभाविक तरीके से हुई या फिर उनकी हत्या की गई. प्रथम दृष्टया सामने आया कि पहले पिता और फिर मां की मौत से दोनों बहनों की मनोदशा ठीक नहीं थी. इस वजह से उन्होंने मां के शव को छिपाकर रखा.

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