बरेली: सेतु निगम के जिम्मेदारों की लापरवाही से हुईं दो मौतें, जांच टीम ने कमिश्नर को भेजी रिपोर्ट

शहर के निर्माणधीन कुतुबखाना ओवरब्रिज के जिम्मेदारों की लापरवाही से दो लोगों की मौत हो चुकी है. मगर, उसके बाद भी सेतु निगम के जेई, एई और कार्यदायी संस्था के जिम्मेदार गंभीर नहीं दिख रहे हैं, जिसके चलते नए डीएम रविंद्र कुमार ने भी नाराजगी जताई है. इसके साथ ही सुधरने की चेतवानी दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 5, 2023 1:16 PM
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बरेली : शहर के निर्माणधीन कुतुबखाना ओवरब्रिज (पुल) के जिम्मेदारों की लापरवाही से अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है. जिसके चलते नए डीएम रविंद्र कुमार ने भी नाराजगी जताई है. इसके साथ ही सुधार की चेतवानी दी है. 22 सितंबर, 2023 को कुतुबखाना ओवरब्रिज निर्माण के दौरान ऊपर से शटरिंग गिरने से शहर के प्रेम नगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला भूड़ निवासी सुधीर सक्सेना (55 वर्ष) की मौत हो गई थी. मृतक के भाई ने मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस मामले की जांच कर रही है. मगर, इस मामले में बड़ी लापरवाही सामने आने पर कमिश्नर सौम्या अग्रवाल के निर्देश पर चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया था.

एडीएम सिटी की अध्यक्षता में बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के एसीईओ, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता और सीओ को जांच सौंपी गई. जांच टीम ने तमाम बिंदुओं पर जांच की. इसके बाद रिपोर्ट तैयार कर ली है. जांच टीम ने कमिश्नर को जांच रिपोर्ट सौंप दी है. इसमें सेतु निगम के सहायक अभियंता (जेई), अवर अभियंता (एई) और कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को प्रथम दृष्टया जांच में दोषी माना गया है. एक अफसर के मुताबिक जांच में यह सामने आया है कि निर्माण स्थल पर निगरानी ठीक से नहीं हो रही थी. काम के दौरान लोग नीचे से निकल रहे थे. यह खबरें भी थीं, लेकिन इसके बाद भी कोई पक्का इंतजाम नहीं किया गया.

मजदूरों के पास भी सुरक्षा उपकरण नहीं थे. इस वजह से पहले भी एक मजदूर की मौत हो गई थी. कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने तर्क दिया कि उन्होंने नोटिस चस्पा किया था. कई बार आने जाने वाले लोगों को रोका गया. मगर, वह नहीं मान रहे थे. इस पर टीम ने कहा कि अगर लोग नहीं मान रहे थे, तो आपने लिखकर क्यों नहीं दिया. जिससे प्रशासन और स्मार्ट सिटी के माध्यम से पुख्ता इंतजाम किए जाते. मगर, अब इस मामले में अंतिम फैसला कमिश्नर को करना है.


मृतक के भाई ने कराई थी एफआईआर

कुतुबखाना ओवरब्रिज के पास से गुजरने के दौरान 22 सितंबर की रात राहगीर के सिर पर ओवरब्रिज की शटरिंग में लगी लोहे की चादर गिर गई थी. इससे ठेकेदार गंभीर रूप से घायल हो गया. उनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया. मगर, आधी रात के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई. इससे मृतक के परिवार में कोहराम मच गया है. इस मामले में मृतक के भाई अनिल सक्सेना ने कार्यदायी संस्था मंटेना इफ्रोसेल प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर अमित चोपड़ा, प्रोजेक्ट मैनेजर एमके सिंह और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. इस मामले में पुलिस जांच कर रही है.

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लापरवाही से गई थी मजदूर की जान

इससे पहले कार्यदायी संस्था की लापरवाही से कुतुबखाना पुल पर काम करते समय पीलीभीत जनपद के पूरनपुर निवासी मजदूर धनंजय की मौत हो गई थी. वह करीब 18 फीट ऊंचाई से गिर गया. उस वक्त बताया गया था कि उसे सुरक्षा उपकरण भी मुहैया नहीं कराये गए थे. अफरातफरी के बीच कार्यदायी संस्था ने मजदूर को गंभीर घायल अवस्था में शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी.

अक्टूबर में शुरू होना था, लेकिन अभी महीनों का इंतजार

शहर में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बन कुतुबखाना ओवरब्रिज जा निर्माण किया जा रहा है. इसमें 51 पिलर तैयार किए गए हैं. यह 1307 मीटर लंबा ओवरब्रिज है. इसका काम अप्रैल में शुरू कर दिया गया था. इसको अक्टूबर में पूरा होना है. मगर, अभी काफी काम बचा है.

रिपोर्ट-मुहम्मद साजिद, बरेली

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