कुशीनगर में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से झुलसे दो मासूम बच्चे, गोरखपुर में चल रहा इलाज
कुशीनगर जिले की पडरौना थाना क्षेत्र के चौपरिया गांव में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से दो मासूम झुलस गए. बताया जा रहा है कि दोनों मासूम अपनी छत पर खेल रहे थे तभी तेज हवा चलने से बिजली की तार की चपेट में आने से दोनों मासूम बुरी तरह से झुलस गए.
कुशीनगर : उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले की पडरौना थाना क्षेत्र के चौपरिया गांव में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से दो मासूम झुलस गए. बताया जा रहा है कि दोनों मासूम अपनी छत पर खेल रहे थे तभी तेज हवा चलने से बिजली की तार की चपेट में आने से दोनों मासूम बुरी तरह से झुलस गए. लेकिन संजोग अच्छा था कि जैसे ही मासूम बिजली की चपेट में आए बिजली कट गई जिससे बड़ी अनहोनी होते होते बच गई. दोनों ही मासूम सगे भाई है.
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
घटना के बाद आनन-फानन में दोनों ही मासूम को कुशीनगर जिले के पडरौना जिला अस्पताल ले जाया गया. जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया गया. वहां के स्थानीय लोगों की माने तो पूरे गांव में बिजली के तारों का जाल बिछा हुआ है. छत से सेट कर के बिजली के तार गए हुए हैं जिससे आए दिन कोई कोई घटना होती रहती है वहां के स्थानीय लोगों की मानें तो इससे पहले भी घटना हो चुकी हैं कुछ वर्ष पहले वहां के स्थानीय नागरिक भोलू चौबे के पुत्र भानु प्रकाश चौबे की बिजली की तार की चपेट में आने से वो अपना एक हाथ हो चुके हैं.
बिजली विभाग को सूचना देने के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही
वहां के स्थानीय लोगों के मानें तो बिजली के तार की चपेट में आने से बंदर भी हादसे का शिकार हो चुके हैं. वहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के बाद कई बार बिजली विभाग को इसकी सूचना दी गई है लेकिन इसको लेकर वो लोग कोई कार्यवाही नहीं करते हैं जिससे ग्रामीणों में काफी गुस्सा देखने हो मिल रहा है. वही ग्राम प्रधान चौपरिया ने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों को लिखित तौर पर अवगत कराया जा चुका है लेकिन वह इस मामले को गंभीरता से नहीं लेते हैं और ना ही कोई कार्रवाई करते हैं.
गांव के लोग मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत
बिजली की तार की चपेट में आए दोनों मासूमों के परिवार वालों और ग्रामीण लोगों का कहना है कि हम लोग इसकी शिकायत और न्याय की मांग को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे. इस मामले में एसडीओ भोला प्रसाद ने बताया कि यह मामला जानकारी में है 11000 की लाइन से सटे ग्रामीणों ने अपना मकान बनवा लिया है जबकि लाइन से मकान की दूरी साडे 3 मीटर की होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि अगर मकान से 11000 का लाइन हटाने के लिए लोगों द्वारा प्रार्थना पत्र मिलता है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी.
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप,गोरखपुर
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