झारखंड : दो पीएलएफआई उग्रवादी हथियार के साथ गिरफ्तार, एक फरार
गढ़वा में रंका पुलिस ने दो पीएलएफआई उग्रवादी को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. वहीं एक उग्रवादी भाग निकला. तीनों सिंजो के भौवराहा जंगल में छिपे थे. गढ़वा पुलिस ने जाल बिछा कर उन्हें धर दबोचा.
Garhwa News: गढ़वा जिले में रंका पुलिस ने पीएलएफआई के दो सक्रिय उग्रवादी को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है, जबकि एक उग्रवादी भाग निकला. इनमें परदेशी यादव उर्फ प्रदीप यादव पलामू जिला के चैनपुर थाना के करसो और सीताराम चौधरी डंडा थाना के भिखही गांव का रहने वाला है. जबकि भागने बाले उग्रवादी का नाम कमलेश यादव है. तीनों सिंजो के भौवराहा जंगल में छुपे हुए थे. इनके पास से दो भरठुआ बंदुक, एक लोडेड पिस्तौल, पीएलएफआई का पर्चा, सीम, वर्दी, खाने-पीने के सामान सहित अन्य सामग्री बरामद किए गए हैं.
सिंजो के भौवराहा जंगल में छिपे थे तीनों
गढ़वा एसडीपीओ संतोष कुमार ने बताया कि एक जुलाई को देर शाम पुलिस को खबर मिली कि सिंजो के भौवराहा जंगल में नक्सली संगठन पीएलएफआई के तीन उग्रवादी हथियार के साथ छुपे हुए हैं. इसके आलोक में पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा के निर्देश पर एसडीपीओ संतोष कुमार के नेतृत्व में टीम गठित कर सिंजो के भौवराहा जंगल में जाल बिछाया गया और चारों ओर से घेर लिया गया. पुलिस टीम पर नजर पड़ते ही तीनों उग्रवादी इधर-उधर भागने लगे. इतने में पुलिस ने दो उग्रवादी परदेशी यादव उर्फ प्रदीप यादव और सीताराम चौधरी को हथियार के साथ पकड़ लिया गया. जबकि अंधेरे का फायदा उठाकर उग्रवादी कमलेश यादव भाग गया.
जेजेएमपी के सदस्य रह चुके हैं दोनों गिरफ्तार उग्रवादी
एसडीपीओ ने बताया कि परदेशी यादव और सीताराम चौधरी पहले नक्सली संगठन जेजेएमपी के सदस्य रह चुके हैं. दोनों गढ़वा जेल से जमानत होने के बाद फिर पीएलएफआई नक्सली संगठन में जुड़कर रंका, रमकंडा और चैनपुर (पलामू) क्षेत्र में विकास कार्य के ठेकेदार, जन प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों से हथियार का भय दिखाकर लेवी मांगने का काम कर रहे थे. लेवी नहीं देने पर मारपीट करना, जान मारने की धमकी देना, आम लोगों में दहशत फैलाने का भी काम करते थे. एसडीपीओ ने बताया कि इनके विरुद्ध रंका, रमकंडा, चैनपुर, डंडा थाना में आधा दर्जन मामले दर्ज हैं.
क्या-क्या हुआ बरामद
12 बोर का दो भरठुआ बंदुक, 12 बोर का लोडेड देशी कट्टा, काला रंग का पिठू बैग, कैमौफ्लाईज वर्दी सेट, 12 बोर का दो खोखा, काला प्लास्टिक दो मीटर, काला गमछा, पीएलएफआई का पर्चा, एक टॉर्च, खाने-पीने का सूखा सामग्री बरामद किया गए हैं
दोनों उग्रवादियों के खिलाफ दर्ज मामले
परदेशी यादव के खिलाफ वर्ष 2017 में रंका प्रखंड के मानपुर पंचायत भवन निर्माण कार्य में हथियार का भय दिखाकर ठेकेदार से लेवी मांगने का, 5 मई 2023 को रंका थाना के सिंजो में एलएनटी कंपनी द्वारा जल आपूर्ति निर्माण कार्य में हथियार दिखाकर लूटपाट करने, रमकंडा थाना के बिराजपुर कालीकरण सड़क निर्माण कार्य में ठेकेदार से हथियार का भय दिखाकर लेवी मांगने और चैनपुर थाना के करसो पंचायत के मुखिया को पीएलएफआई नक्सली संगठन के नाम पर हथियार के भय दिखाकर लेवी मांगने का मामला दर्ज है. वहीं सीताराम चौधरी पर वर्ष 2017 में रंका थाना के सिरोईकला कालीकरण सड़क निर्माण में नक्सली संगठन के नाम पर लेवी मांगने, वर्ष 2017 में ही डंडा थाना कांड संख्या 27/17 आर्म्स एक्ट का आरोपी है. छापामारी दल में एसडीपीओ संतोष कुमार के अलावा रंका थाना प्रभारी शंकर प्रसाद कुशवाहा, रमकंडा थाना प्रभारी शिवलाल गुप्ता, पुलिस अवर निरीक्षक श्रवण कुमार, बादल मुंडा और रंका, रमकंडा थाना के पुलिस जवान शामिल थे.