Agra News: आगरा में ब्रह्मकुमारी आश्रम में रहने वाले दो सगी बहनों के आत्महत्या का मामला सामने आया है. घटना से आश्रम से हड़कंप मच गया. खुदकुशी से पहले लिखे सुसाइड नोट में बहनों ने आश्रम से जुड़े तीन लोगों और एक महिला पर आरोप लगाए हैं. बताया जा रहा है सुसाइड नोट में मौत की वजह बताने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ से आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा देने की मांग की है. सुसाइड नोट के तथ्यों के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस ने शवों को पोस्टर्माटम के लिए भेजकर मामला दर्ज कर लिया है. आरोपियों की तलाश की जा रही है. ब्रह्मकुमारी आश्रम जगनेर में रह रही एकता (38) और शिखा (32) ने आत्महत्या से पहले चार पेज का सुसाइड नोट लिखा. शिखा ने एक पेज पर ही अपनी पूरी बात लिख दी. जबकि एकता का लिखा गया सुसाइड नोट तीन पेज का है. शिखा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि दोनाें बहनें एक वर्ष से परेशान थीं. उनकी मौत के लिए नीरज सिंघल, धौलपुर के ताराचंद, नीरज के पिता और ग्वालियर आश्रम में रहने वाली एक महिला जिम्मेदार है.
शिखा ने अपने सुसाइड नोट में आगरा पुलिस से मौत के लिए जिम्मेदार चारों लोगों पर कार्रवाई की मांग की है. एकता ने सुसाइड नोट में पूरे मामले का जिक्र किया है. इसमें लिखा है कि नीरज ने उनके साथ सेंटर में रहने का आश्वासन दिया था. सेंटर बनने के बाद उसने बात करना बंद कर दिया. एक साल से हम बहनें रोती रहीं. लेकिन, उसने नहीं सुनी. उसका साथ उसके पिता, ग्वालियर आश्रम में रहने वाली महिला और ताराचंद ने दिया. पंद्रह साल तक साथ रहने के बाद भी ग्वालियर वाली महिला से संबंध बनाता रहा. इन चारों ने हमारे साथ गद्दारी की.
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सुसाइड नोट में लिखा है कि उनके पिता ने सात लाख रुपए प्लाट के लिए दिए थे. ये उन्होंने आश्रम से जुड़े व्यक्ति को दिए थे. इसके साथ ही 18 लाख रुपए गरीब माताओं के उसी व्यक्ति ने हड़प लिए. सेंटर के नाम पर 25 लाख रुपए हड़प लिए. इसके बाद ये लोग सेंटर बनवाने की अफवाह फैलाते हैं. यज्ञ में बैठने लायक भी ये लोग नहीं हैं. धन हड़पने और महिलाओं के साथ अनैतिक कार्य करने वाले लोग दबंगई दिखाते हैं और अपनी पहुंच का भय दिखाकर कहते हैं कि उनका कोई कुछ नहीं कर सकता है.
एकता ने लिखा है कि योगी जी इनको आसाराम बापू की तरह आजीवन कारावास होना चाहिए. इन लोगों ने हमारे साथ तो गलत नहीं किया. लेकिन, बहुतों के साथ किया है. किसी से पैसे लाते हैं, उसी पर केस कर देते हैं. सुसाइड नोट में एकता ने यह भी लिखा कि यह लेटर मुन्नी बहन जी और मृत्युंजय भाई साहब के पास पहुंच जाए. पुलिस को आश्रम से सुसाइड नोट मिल गया है. इसमें लगाए गए आरोपों की पुलिस जांच कर रही है.
इस प्रकरण में आगरा पुलिस ने बताया कि दोनों बहनों ने चार लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है. इनके नाम नीरज अग्रवाल, ताराचंद, गुड्डन और पूनम हैं. नीरज अग्रवाल रिश्ते में मृतक युवतियों का मौसेरा भाई लगता है. गुड्डन इनका मौसा है. वहीं पूनम संस्था की एक सदस्य है और ब्रह्मकुमारी समाज से जुड़ी हुई है. इन सभी लोगों ने मिलकर ही करीब 20 वर्ष पहले संस्था की स्थापना की थी. लेकिन, एक साल पहले इस संस्था के 25 लाख रुपए लेकर पूनम और नीरज ग्वालियर केंद्र पर रहने लगे. इसे लेकर दोनों बहनों का उनसे विवाद चल रहा था और वे काफी तनाव में थीं. इसी तनाव में दोनों बहनों ने सुसाइड करने की बात कही है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं.