पश्चिमी सिंहभूम में माओवादियों का बड़ा हमला, झारखंड जगुआर के दो जवान शहीद
पश्चिमी सिंहभूम में माओवादियों ने सुरक्षा बलों पर अचानक हमला कर दिया. इस हमले में झारखंड जगुआर फोर्स के दो जवान शहीद हो गए. माओवादियों ने स्वतंत्रता दिवस के ठीक पहले वाली शाम को घटना को अंजाम दिया.
चाईबासा (पूर्वी सिंहभूम), सुनील कुमार सिन्हा. झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में माओवादियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया है, जिसमें दो जवानों शहीद हो गए. माओवादियों ने स्वतंत्रता दिवस के ठीक पहले वाली शाम को घटना को अंजाम दिया. यह घटना जिले के टोंटो थाना क्षेत्र के अति नक्सल प्रभावित कोल्हान रिजर्व वन क्षेत्र में हुई, जहां माओवादियों ने झारखंड जगुआर फोर्स के जवानों पर हमला कर दिया. माओवादियों के इस हमले में अमित तिवारी और गौतम कुमार नाम के दो जवान शहीद हो गए.
मिसिर बेसरा के दस्ते ने दिया घटना को अंजाम!
पश्चिमी सिंहभूम के डीआईजी अजय लिंडा और एसपी आशुतोष शेखर ने घटना की पुष्टि की है. बताया जा रहा है कि भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा के दस्ते ने घटना को अंजाम है. सूत्रों के मुताबिक, बीते 2 दिन पहले सुरक्षाबलों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई थी, जिसमें नक्सलियों को काफी नुकसान हुआ था. जवानों ने विस्फोटक सहित भारी मात्रा में नक्सल सामान बरामद किए गए थे. इसके बाद नक्सलियों ने पुलिस और सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाई थी. इसी इसी योजना के तहत नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया है.
घात लगाए नक्सलियों ने जवानों पर की अंधाधुंध फायरिंग
सूत्रों की मानें तो नक्सलियों ने जवानों पर उस समय अचानक हमला कर दिया था, जब वे लोग भोजन की तैयारी कर रहे थे. इस बीच घात लगाए नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें दो जवान शहीद हो गए. सूत्रों का कहना है कि नक्सल प्रभावित तुम्बाहाका में सीआरपीएफ का नया कैंप स्थापित हुआ है. इस कैंप से कुछ दूरी पर झारखंड जगुआर का भी कैंप है.
एक दूसरे को खाना भेज रहे थे सीआरपीएफ और झारखंड जगुआर के जवान
सीआरपीएफ और झारखंड जगुआर के जवान एक कैंप से दूसरे कैंप में खाना भेज रहे थे. जंगल के रास्ते में माओवादी घात लगाए बैठे हुए थे, जैसे ही झारखंड जगुआर के जवान वहां से गुजरे माओवादियों ने दो जवानों पर फायरिंग कर दी. गौरतलब है कि टोंटो प्रखंड के तुंबाहाका सहित कई गांवों में मोबाइल नेटवर्क की सुविधा नहीं है. फिलहाल इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं क्षेत्र में हो रही है.
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तलाश अभियान जारी
घटना को लेकर पश्चिमी सिंहभूम जिले के एसपी ने बताया कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन माकपा माओवादी के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, रमेश उर्फ अनल, अजय महतो, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, सागेन अंगरिया और अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ कोल्हान क्षेत्र में अपने नापाक इरादों को सफल बनाने के लिए भ्रमणशील है, ऐसी सूचना मिली है. इसे लेकर जिला पुलिस, कोबरा 209, 203, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ 80, 197, 157, 174 , 134, 193, 07, 26 बटालियन की टीमों का एक संयुक्त अभियान दल गठित कर लगातार तलाश अभियान चलाया जा रहा है.
एसपी ने क्या कहा
एसपी का कहना है कि अभियान के दौरान ही सोमवार, 14 अगस्त को देर शाम करीब 07:00 बजे तुम्बाहाका और सरजोमबुरू के बीच में पहाड़ी व जंगली क्षेत्र में माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हो गई, जिसमें झारखंड जगुआर के पुलिस अवर निरीक्षक अमित कुमार तिवारी और आरक्षी गौतम कुमार शहीद हो गये. एसपी समेत झारखंड पुलिस एवं अभियान में शामिल सभी जवानों ने अमित कुमार तिवारी और गौतम कुमार को उनकी शहादत के लिए अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित की है. साथ ही कहा है कि संचालित नक्सल विरोधी अभियान जारी है.
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