विशाखापत्तनम में फंसी दरभंगा की दो छात्राएं, वीडियो कॉलिंग कर लगा रहीं वापस बुलाने की गुहार
विशाखापत्तनम में गैस रिसाव हादसे से भयभीत वहां रह रही दरभंगा की दो छात्राओं ने मदद मांगी है. उनका कहना है कि उनके हॉस्टल में गैस की गंध आ रही है. वे परिजनों को कॉल कर घर आने की व्यवस्था करने की गुहार लगा रही हैं.
दरभंगा : विशाखापत्तनम में गैस रिसाव हादसे से भयभीत वहां रह रही दरभंगा की दो छात्राओं ने मदद मांगी है. उनका कहना है कि उनके हॉस्टल में गैस की गंध आ रही है. वे परिजनों को कॉल कर घर आने की व्यवस्था करने की गुहार लगा रही हैं. उनका कहना है कि लॉकडॉउन से 40 दिनों से हॉस्टल में बिहार की 55 बच्चियां फंसी हुई हैं. सभी वहां के एक इंस्टिट्यूट में पढ़ती हैं.
इसके पहले लड़कियां कई बार सरकार से वापस बुलाने की गुहार लगा चुकी है. परिजन भी कई बार पास बनवाने की नाकाम कोशिश कर चुके हैं.दरभंगा की एक ही परिवार की दो छात्राएं वंशिका और अनुपमा वीडियो कॉल कर मां को आपबीती सुनाते सुनाते रो पड़ीं. वंशिका की माँ सुधा ठाकुर ने बच्चियों को हिम्मत देते हुए सब ठीक होने की बात समझायी.
परिजनों का कहना है कि पास के लिए गुहार लगाई, तो अधिकारी मेडिकल ग्राउंड का हवाला देकर पास निर्गत करने में असमर्थता जताते हैं.पिता अन्नू ठाकुर ने बताया कि 24 मार्च से ही लड़कियां वहां फंसी है. स्थानीय अधिकारियों को कई बार लिखा, मुख्यमंत्री कार्यालय को भी फोन किया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली. इस बीच गैस रिसाव की घटना हुई है, जिससे बच्चियां काफी डरी हुई हैं.