जलसंकट से जूझ रही दो हजार की आबादी, गंदे पानी से पड़ता है नहाना

सीसीएल गिरिडीह कोलियरी अंतर्गत कोलीमारण चानक में लगा मोटर पंप खराब हो जाने करीब दो हजार की आबादी जलसंकट से जूझ रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2020 5:39 AM
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गिरिडीह : सीसीएल गिरिडीह कोलियरी अंतर्गत कोलीमारण चानक में लगा मोटर पंप खराब हो जाने करीब दो हजार की आबादी जलसंकट से जूझ रही है. हालांकि, सीसीएल ने वैकल्पिक व्यवस्था की है, लेकिन स्थानीय लोग इसे नाकाफी बता रहे हैं. कोलीमारण चानक से महुआटांड़, कोल्हरिया, बालोडिंगा, कोलीमारण व महेशलुंडी क्षेत्र में जलापूर्ति की जाती है.

पांच माह से मोटर पंप खराब रहने के कारण इस चानक से जलापूर्ति नहीं हो पा रही है. इस चानक से जलापूर्ति ठप हने के कारण स्थानीय लोग बालोडिंगा चानक से होने वाले पानी आपूर्ति पर निर्भर हैं. कई लोगों को भूतनाथ इलाके में जाकर पानी का जुगाड़ करना पड़ता है.

मोटर जल जाने से उत्पन्न हुई परेशानी – कामेश्वर पासवान : जिप उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान ने कहा कि कोलीमारण चानक में लगे मोटर पंप में बार-बार खराबी होने से स्थानीय लोगों को जलसंकट से जूझना पड़ रहा है. कहा कि संवेदक द्वारा लोकल स्तर का बुश लगा देने से यह परेशानी हो रही है. कहा कि इसे लेकर कई बार-बार आंदोलन भी किया जा चुका है. जब आंदोलन होता है तो मोटर पंप लगा दिया जाता है, अन्यथा इसमें कोताही बरती जाती है.

श्री पासवान ने कहा कि इस चानक से पिछले पांच माह से पानी आपूर्ति ठप रहने से लोगों को संकट से जूझना पड़ रहा है. कहा कि अगर जल्द मोटर पंप नहीं लगाया गया तो बाध्य होकर आंदोलन किया जायेगा. भाजपा नेता उमेश दास ने भी सीसीएल प्रबंधन से जल्द समस्या समाधान की मांग की.

ग्रामीण बोले : गंदे पानी से नहाने के कारण लोग पड़ रहे बीमार : सदर प्रखंड अंतर्गत महेशलुंडी पंचायत के महुआटांड़ के ग्रामीण पानी के लिए कोलीमारण चानक पर निर्भर हैं. पंप खराब रहने पर यहां के लोग फिलहाल इधर-उधर से पीने के लिए तो पानी का जुगाड़ कर लेते हैं, लेकिन नहाने व कपड़ा धोने के लिए इन लोगों को नाला के गंदा पानी पर निर्भर रहना पड़ता है. यहां के लोग प्रतिदिन नाला के गंदे पानी में नहाते देखे जा सकते हैं. इस नाला में ओपेनकास्ट माइंस का पानी आता है.

महुआटांड़ गांव की महिलाओं का कहना है कि पानी आपूर्ति ठप रहने के कारण उनलोगों को इधर-उधर से पानी का जुगाड़ करना पड़ता है. कहा कि कभी-कभी पानी के लिए लड़ाई-झगड़ा भी हो जाता है. यहां की मुनिया देवी, प्रमिला देवी, मीना देवी एवं गांगो दास का कहना है कि पानी की किल्लत के कारण उनलोगों को माइंस से निकलने वाले गंदा पानी से नहाना पड़ता है और कपड़ा धोना पड़ता है. कहा कि एक नाला में बहता गंदा पानी में महिलाएं व बच्चे स्नान करते हैं. इस पानी से नहाने के कारण लोग बीमार भी पड़ जाते हैं.

जल्द लगाया जायेगा मोटर पंप – नवीन : गिरिडीह कोलियरी अंतर्गत वर्कशॉप के अधिकारी नवीन कुमार सिंह ने कहा कि मोटर पंप बनकर तैयार है. क्रेन उपलब्ध होने के साथ ही एक-दो दिनों में कोलीमारण चानक में मोटर पंप को लगा दिया जायेगा. बताया कि लॉकडाउन के कारण पंप में लगने वाले सामग्री की आपूर्ति में परेशानी हुई थी. श्री सिंह ने बताया कि पंप खराब होने के बाद बालोडिंगा चानक से ही कनेक्ट करके कोलीमारण चानक से जिन क्षेत्रों में पानी आपूर्ति होती थी, वहां पर पानी सप्लाई की जा रही है.

Post by : Pritish Sahay

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