गोरखपुर से नेपाल के लिए दो युवक हुए रवाना, 1100 किलोमीटर की यात्रा दौड़कर करेंगे पूरी, जाने उनके मन की बात
भारत और नेपाल के संबंध को और मजबूत बनाने के लिए गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर से दोनों देशों के दो युवक नेपाल के लिए रवाना हुए. इन दोनों युवकों ने 1100 किलोमीटर का दौड़ लगाने का निर्णय लिया है.
गोरखपुर . भारत और नेपाल के संबंध को और मजबूत बनाने के लिए गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर से दोनों देशों के दो युवक नेपाल के लिए रवाना हुए. इन दोनों युवकों ने 1100 किलोमीटर का दौड़ लगाने का निर्णय लिया है. इन दोनों युवकों की माने तो यह दोनों युवक जहां भी जाएंगे वहां दोनों देशों के प्रेम और सौहार्द को बढ़ाने का कार्य करेंगे. दोनों युवकों में से एक भारत के महाराष्ट्र के रहने वाले विसाक कृष्ण स्वामी और दूसरा युवक नेपाल देश का रहने वाला अमृत बसनेत्र है.
पहले भी अपना नाम गिनीज बुक में करा चुके हैं दर्ज
इंदौर गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर से यह यात्रा शुरू की है यह दोनों युवक गोरखपुर से महाराजगंज, सोनाली बॉर्डर, नेपाल के पोखरा काठमांडू और नारायण घाट होते हुए फिर वापस गोरखनाथ मंदिर पहुंचेंगे जहां इनकी यात्रा समाप्त होगी. दोनों युवक दौड़ करके यात्रा को पूरी करेंगें. भारत के महाराष्ट्र के रहने वाले विसाक कृष्ण स्वामी ने दौड़ लगाकर पहले भी अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराया था. इस बार भी इन लोगों ने इस मुहिम के बाद एक बार फिर गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने की ठानी है.
बोलें- हमारा मकसद भारत और नेपाल के संबंधों को और मजबूत करना
वहीं मीडिया से बात करते हुए इन लोगों ने बताया कि हमारा मकसद भारत और नेपाल के संबंधों को और मजबूत करना है . उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान उन लोगों को स्थानीय लोगों का काफी सहयोग मिलता है. उन लोगों को खाने पीने के सामान और आराम करने के लिए भी व्यवस्था है आसानी से मिल जाती हैं. उन लोगों का मकसद पैदल यात्रा के माध्यम से दोनों देशों के बीच आपसी भाईचारे को और मजबूत बनाया जिससे दूरी और कटुता कम हो सके. वह लोग जहां भी जाते हैं दोनों देशों के मित्रता के बारे में लोगों को जानकारी देते जाते हैं.
रिपोर्ट– कुमार प्रदीप, गोरखपुर
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