Bareilly : शाह सकलैन मियां के उर्स चेहल्लुम पर देश भर से आए उलमा ने अकीदतमंदों को दिया तालीम का पैगाम

हज़रत शाह मुहम्मद सकलैन मियां के 40 वें (उर्स ए चेहलुम) को शान ओ शौकत के साथ मनाया गया. सुबह फज्र की नमाज़ के बाद कुरान ख्वानी से उर्स का आगाज हुआ. 9 बजे खानकाह में फातिहा हुई. देश भर से आए उलमा ने अकीदतमंदों को बच्चों को दीनी, और दुनियावी तालीम का पैगाम . (संदेश) दिया

By Prabhat Khabar News Desk | November 29, 2023 7:25 PM

बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली में बुधवार को हज़रत शाह मुहम्मद सकलैन मियां के 40 वें (उर्स ए चेहलुम) को शान ओ शौकत के साथ मनाया गया.सुबह फज्र नमाज़ के बाद कुरान ख्वानी से उर्स का आगाज हुआ.इसके बाद 9 बजे खानकाह में फातिहा हुई.देश भर से आए उलमा ने अकीदतमंदों को बच्चों को दीनी, और दुनियावी तालीम का पैगाम (संदेश) दिया.बोले, अपने शौक कम कर दें, लेकिन बच्चों को तालीम जरूर दिलाएं.तालीम से ही तरक्की हासिल की जा सकती है.इंसान को तालीम जिन्दगी जीने का तरीका सिखाती है. उलमा में पीरो मुरशिद शाह सकलैन मियां के ताल्लुक़ से अपने-अपने जज़्बात ओ ख्यालात का इज़हार किया.मौलाना डॉ.महमूद उल हसन ने पीरो मुरशिद शाह मुहम्मद सकलैन मियां हुज़ूर की नूरानी,और पाकीज़ा हयात पर रौशनी डाली.बोले,मौजूदा वक्त में मियां हुज़ूर जैसी शख्सियत पूरी दुनिया में कहीं नहीं थी.बड़े पाए के साहिबे कश्फो करामात बुज़ुर्ग थे,आपकी ज़ाते पाक से बेशुमार मखलुके खुदा को फैज़ान हासिल हुआ.मौलाना इनाम सकलैनी ने कहा कि मियां हुज़ूर की मुकम्मल ज़िंदगी करामत ही करामत थीं.हमारे हरिद्वार के जंगलात में बसने वाले लाखों गुजर (समुदाय) लोग मियां हुज़ूर के मुरीद हैं, और हम तमाम गूजरों पर हमारे पीरो मुरशिद मियां हुज़ूर का बहुत करम और फैज़ान है.

गरीब यतीमों को दिया सहारा

मौलाना ज़ाहिद रज़ा उत्तराखंड ने मियां हुज़ूर की खिदमते खल्क पर रौशनी डाली.बोले, मियां हुज़ूर को गरीबों, यातीमों, बेसहारों से बड़ी मुहब्बत थी.आप सबकी हर तरह की जरूरतों का बड़ा ख्याल रखते थे, और आपने पूरे हिंदुस्तान भर में गरीब बेटियों की शादियां करा कर उनके घर बसाए,एम.इसी तरह की आपकी बेशुमार खिदमते खल्क पूरी दुनिया में मशहूर हैं.सय्यद असलम मियां वामिकी ने अपनी अकीदतों ओ मुहब्बत का इज़हार कर फरमाया कि मियां हुज़ूर की शख्सियत विलायत की दुनिया में मुमताज़, और नुमाया शख्सियत थे.आपकी बुजुर्गी और शखावत का डंका पूरी दुनिया में बजा, और इंशा अल्लाह कयामत तक बजता रहेगा.मौलाना मुजीबुर्रहमान अलीमी,मौलाना अनवार शेरी बहेड़वी ने मियां हुज़ूर के तअल्लुक से उनकी रूहानी ज़िंदगी,और उनके तकवे, और तालीमात पर रौशनी डाली.

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यह उलमा थे मौजूद

उर्स ए चेहलुम में इमाम रब्बानी मुजद्दिद अलिफसानी रहमतुल्लाह अलैह की खानकाह सरहिंद शरीफ़, पंजाब से पीरे तरीकत सज्जादानशीन हज़रत सादिक रज़ा मियां,खानकाह सय्यद सरावां इलाहाबाद से हज़रत।शेख़ अबू सईद एहसानुल्लाह सफ़वी,खानकाह वामिकिया।निशातिया से सय्यद असलम मियां,खानकाह हज़रत शाह शमसुद्दीन तुर्क पानीपती, पानीपत से शाह मेराज हुसैन साबरी,मौलाना ज़ाहिद रज़ा साहब पूर्व चेयरमैन हज कमेटी, रुद्रपुर उत्तराखंड,मौलाना अज़ीज़ मुजद्दिदीदी, मौलाना अनवार शेरी, मौलाना अरशद, मौलाना शफाअतुल्लाह, मौलाना असद, मौलाना अनवार सकलैनी मुरादाबादी, मौलाना कासिम सकलैनी समेत बड़ी संख्या में उलमा तशरीफ़ लाए.उर्स के दौरान मुल्क के अमन, और तरक्की के लिए दुआएं की.मीडिया प्रभारी हमजा सकलैनी ने बताया कि जगह जगह खाने के लंगर, शबील का इंतजाम किया.

रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

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