बरेली: अशरफ के साले सद्दाम और लल्ला गद्दी के जमीन कनेक्शन की तलाश, प्रॉपर्टी डीलिंग रसूखदारों पर भी निगाह

प्रयागराज में पिछले महीने उमेश पाल हत्याकांड के बाद बरेली जेल में बंद पूर्व विधायक अशरफ और उसके करीबियों पर शिकंजा कसता जा रहा है. जेल में बंद अशरफ पर उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोप है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 23, 2023 10:31 AM
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बरेली : उत्तर प्रदेश की बरेली जेल में बंद अतीक के छोटे भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ के साले सद्दाम और उसका गुर्गा पूर्व मेयर प्रत्याशी मुहम्मद रजा उर्फ लल्ला गद्दी जमीन का धंधा करते थे. उनके प्रॉपर्टी डीलिंग के धंधे में कई रसूखदार भी शामिल थे. उनकी तलाश शुरू कर दी गई है. हालांकि पुलिस लल्ला गद्दी से पूछताछ करने की तैयारी में है.

अशरफ और उसके करीबियों पर शिकंजा

प्रयागराज में पिछले महीने उमेश पाल हत्याकांड के बाद बरेली जेल में बंद पूर्व विधायक अशरफ और उसके करीबियों पर शिकंजा कसता जा रहा है. बरेली जेल में बंद अशरफ पर उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोप है. बताया जाता है कि उमेश पाल माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के पक्ष में गवाही दे चुका था. इसके बाद भी उसकी हत्या को लेकर सवाल उठ रहे हैं.

उमेश पाल हत्या की साजिश

पुलिस की जांच में अशरफ पर उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोप है. जिसके चलते अशरफ से जेल में एसटीएफ ने पूछताछ की. इसके बाद जेल में बीवीआईपी फैसिलिटी देने वाले जेल आरक्षी समेत डिप्टी जेलर के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जा चुकी है. इस मामले में जेल के दो सिपाही, लल्ला गद्दी समेत आधा दर्जन लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. यह सभी अशरफ के मददगार बताए जाते हैं. अशरफ के साले सद्दाम के साथ लल्ला गद्दी के साथ शहर में जमीन का धंधा करता था. उनके इस काम में कई और भी लोग शामिल थे. पुलिस उनकी कुंडली खंगाल रही है. लल्ला गद्दी और सद्दाम ने पीलीभीत बाईपास के विहारमान नगला में प्रॉपर्टी डीलिंग का धंधा कर रहे थे.

सद्दाम की तलाश में दबिश

पुलिस लल्ला गद्दी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. अब अशरफ के साले सद्दाम की तलाश है. उसकी तलाश में नेपाल तक में दबिश दी गई है. उसकी लोकेशन दिल्ली के बाद हैदराबाद में मिल रही थी. वह लगातार ठिकानों को बदल रहा है. जिसके चलते पुलिस को आरोपी सद्दाम को गिरफ्तार करने में काफी दिक्कत आ रही है.

दो जेल आरक्षी समेत कई जा चुके हैं जेल

इस मामले में बिथरी चैनपुर थाने में जेल चौकी इंचार्ज ने जेल आरक्षी शिव हरि अवस्थी, जेल कैंटीन में ऑटो से सब्जी, आदि सामान के साथ अशरफ को रुपये पहुंचाने वाले ऑटो चालक नन्हें उर्फ दयाराम, अशरफ, सद्दाम और लल्ला गद्दी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. इसमें जेल आरक्षी शिव हरि अवस्थी और नन्हें उर्फ दयाराम जेल जा चुका है. वहीं डीजी जेल आनंद कुमार की जांच के बाद डिप्टी जेलर समेत 6 जेल कर्मियों को निलंबित किया गया. इसके बाद जेल आरक्षी मनोज गौड़ को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.

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इन जेल कर्मियों पर गिरी गाज

माफिया अशरफ के प्रकरण में बरेली जेल के डिप्टी जेलर (कारपाल) राजीव कुमार मिश्र, उपकारापाल दुर्गेश प्रताप सिंह, जेल बॉर्डर (आरक्षी) ब्रिजवीर सिंह, मनोज गौड़, दानिश मेहंदी, दलपत सिंह को सस्पेंड किया गया. यह कार्रवाई डीजी जेल आनंद कुमार ने जांच के बाद की थी. इससे पहले आरक्षी शिव हरि अवस्थी को सस्पेंड किया गया था.

रिपोर्टः मुहम्मद साजिद बरेली

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