Prayagraj: प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड मामले में बुधवार को सुनवाई होगी. बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह रहे उमेश पाल और दो सरकारी गनर शूटआउट का मामला सुर्खियों में रहा. मामले की जांच कर रही धूमनगंज थाना पुलिस 8 आरोपियों के खिलाफ दूसरी चार्जशीट स्पेशल जज एससी एसटी एक्ट की अदालत में दाखिल कर चुकी है.
उमेश पाल हत्याकांड में एसीपी धूमनगंज महेंद्र देव की ओर से कैश अहमद, राकेश उर्फ नाकेश उर्फ लाला, अरशद कटरा, नियाज अहमद, इकबाल अहमद, शाहरुख, अखलाक अहमद और खान शौलत हनीफ के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है.
इसमें शाहरुख को छोड़कर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी 21 मार्च को की गई थी, जिनमें से अतीक के नौकर राकेश और ड्राइवर कैश अहमद की निशानदेही पर अतीक के चकिया स्थित कार्यालय से 10 असलहे 72 लाख से ज्यादा कैश बरामद हुआ था.
इन आरोपियों में किसी के खिलाफ भी नामजद एफआईआर दर्ज नहीं थी, बल्कि मामले की विवेचना के दौरान इन सभी के नाम सामने आए थे. जिला शासकीय अधिवक्ता गुलाब चंद्र अग्रहरि के मुताबिक उमेश पाल हत्याकांड के मामले में एसीपी धूमनगंज महेंद्र सिंह देव ने आठ अभियुक्तों के खिलाफ विशेष एससी-एसटी अदालत के न्यायाधीश अनिरुद्ध कुमार तिवारी के समक्ष आरोपपत्र दाखिल किया गया है.
इस प्रकरण में उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर इन अभियुक्तों के खिलाफ थाना धूमनगंज में मुकदमा दर्ज किया गया था. धूमनगंज थाना ने 1979 पेज की चार्जशीट दाखिल की है. एक अभियुक्त सदाकत खान के खिलाफ प्रथम आरोपपत्र 26 मई को अदालत में दाखिल किया जा चुका है.
प्रयागराज के धूमनगंज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उसके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में नामजद मुख्य आरोपियों में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की 15 अप्रैल, 2023 को चिकित्सा जांच के लिए ले जाते समय काल्विन अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई.
प्रकरण में जया पाल ने 25 फरवरी को धूमनगंज थाने में एफआईआर को दर्ज कराई थी. इसमें उन्होंने माफिया अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता के बेटों, गुड्डू मुस्लिम आदि को नामजद किया था. एफआईआर के बाद विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.
इस बीच पुलिस जल्द ही चार अन्य आरोपियों के खिलाफ भी चार्जशीट दायर कर सकती है. इसमें अतीक अहमद के बेटे उमर व अली के नाम शामिल हैं. इसके अलावा मुकदमे में आरोपी बनाए गए अतीक के बेहद खास बिल्डर खालिद जफर ओर नफीस बिरयानी पर भी कार्रवाई की तैयारी है.
उमर प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल की देवरिया जेल में अपहरण कर पिटाई मामले में लखनऊ जेल में है. कहा जा रहा है कि घटना से पहले मुख्य शूटर असद ने उमर से फोन पर बात की थी. इसके अलावा 19 फरवरी को बरेली जेल में उमेश पाल की हत्या की साजिश रचे जाने के बाद वह उमर से मिला भी था.
इसके साथ ही रंगदारी मांगने, हत्या के प्रयास समेत अन्य मामलों में नैनी जेल मेें निरुद्ध अली की भी संलिप्तता संबंधी सबूत पुलिस को विवेचना के दौरान मिले हैं. हत्याकांड में शामिल शूटर तो उससे नैनी जेल में जाकर मिले ही थे. उसने ही खान सौलत हनीफ से कहा था कि वह असद को उमेश पाल की तस्वीर भेज दे. वहीं कसारी मसारी निवासी खालिद जफर को भी इस मुकदमे में आरोपी बनाया गया है. उमेश पाल हत्याकांड के बाद उसने शाइस्ता समेत अन्य की मदद की थी.
इसके अलावा ईट ऑन बिरयानी रेस्टोरेंट के संचालक नफीस को भी मुकदमे में आरोपी बनाया जा चुका है. हत्याकांड में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ वह उसकी ही थी. हालांकि हिरासत में लेकर पूछताछ किए जाने पर उसने बताया था कि कुछ समय पहले ही इसे बेच दिया था.