Prayagraj: प्रदेश के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद और उससे जुड़े लोगों पर कानूनी शिकंजा कसने के लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने तैयारी शुरू कर दी है. इन लोगों के इनके निर्माण को ध्वस्त करने के लिए खाका तैयार कर लिया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही विधानसभा में इस हत्याकांड में लिप्त लोगों को मिट्टी में मिलाने का बयान दे चुके हैं.
उमेश पाल हत्याकांड के फरार अपराधियों और इससे जुड़े लोगों पर योगी सरकार की नजर पहले से ही टेढ़ी है. एक आरोपी अशफाक जहां एनकाउंटर में मारा गया, वहीं एक अन्य सदाकत को गिरफ्तार किया गया है. वहीं अब अतीक अहमद और उससे जुड़े लोगों के आर्थिक साम्राज्य को भी ढहाने की तैयारी है. अवैध रूप से बनाए गए सभी निर्माण पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण का बुलडोजर जल्द चलने की कवायद शुरू हो गई है. बताया जा रहा है कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने अतीक अहमद के करीबी व हत्या में शामिल 40 लोगों के मकानों के दस्तावेजों वाली फाइल खंगाली है.
कहा जा रहा है कि उमेश पाल की हत्या व हत्यारों की मदद करने में शामिल करीब 20 लोगों के मकान ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया जल्द शुरू हो सकती है. इसके लिए मंडलायुक्त और जिलाधिकारी के पास फाइल भेजी जा चुकी है. प्रशासन ने हरी झंडी मिलते ही प्रयागराज विकास प्राधिकरण अपनी कार्रवाई शुरू कर देगा.
बताया जा रहा है कि इन लोगों के शहरी क्षेत्र में बने निर्माण को प्रयागराज विकास प्राधिकरण और ग्रामीण क्षेत्रों में बने मकानों को ढहाने का काम जिला प्रशासन की ओर से किया जाएगा. प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने शहरी क्षेत्र में कार्रवाई को लेकर जोनल अधिकारी और क्षेत्रीय इंजीनियरों को जल्द रिपोर्ट देने को कहा है.
उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसने की तहत ध्वस्तीकरण के लिए अतीक अहमद दस बेहद करीबी लोगों की सूची तैयार हो गई है. इन सभी के मकानों पर ध्वस्तीकरण के लिए जल्द ही नोटिस चस्पा करना शुरू कर दिया जाएगा. इन लोगों के मकान तेलियरगंज, चकिया, धूमनगंज, सुलेमसराय दरियाबाद, करेली, हरवारा, जयंतीपुर, सदियापुर, मुंडेरा, झलवा, अटाला, कसारी-मसारी, दायराशाह अजमल, मिनहाजपुर, गद्दोपुर और महमदपुर क्षेत्र में बताए जा रहे हैं.
इस प्रकरण में प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरविंद चौहान ने बताया कि नियमानुसार कार्रवाई की जााती है. चाहे कोई माफिया हो या अन्य, सभी को कानून का पालन करना होगा. जो नियम के विपरीत निर्माण करेगा उसके खिलाफ ध्वस्तीरकण की कार्रवाई की जाएगी. नियम के विपरीत लोगों को डरा धमकाते हुए निर्माण करने वालों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी.