Loading election data...

किसान की बेटी ललिता का भारतीय फुटबॉल टीम में चयन, अंडर-17 सैफ खेलों में भाग लेने बांग्लादेश हुई रवाना

फुटबॉलर ललिता का बचपन से ही खेल के प्रति लगाव रहा है. उसके पिता एक साधारण किसान हैं, जबकि माता बुधनी बाईपाई एक गृहिणी हैं. 15 वर्षीया ललिता खरसावां के रुद्रपुर गांव निवासी दीनबंधु बोईपाई की चौथी पुत्री है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2023 4:21 PM
an image

सरायकेला, शचिंद्र कुमार दाश. खरसावां के किसान की बेटी ललिता बोईपाई का अंडर-17 सैफ खेलों के लिए भारतीय टीम में चयन हुआ है. शनिवार को खरसावां की ललिता भारतीय टीम के साथ ढाका (बांगलादेश) के लिए रवाना हुई. 15 वर्षीया ललिता खरसावां के रुद्रपुर गांव निवासी दीनबंधु बोईपाई की चौथी पुत्री है. ललिता को बचपन से ही फुटबॉल खेलने का का शौक रहा है. वह जिले की टीम की जूनियर खिलाड़ी रही है. वर्ष 2018 में झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएसपीएस) रांची के लिए जिले के खिलाड़ियों का चयन हुआ, तब ललिता सरायकेला खरसावां जिले से चुनी गयी थी. वर्तमान में हुए वह रांची में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है.

बचपन से खेल के प्रति रहा है लगाव

फुटबॉलर ललिता का बचपन से ही खेल के प्रति लगाव रहा है. उसके पिता एक साधारण किसान हैं, जबकि माता बुधनी बाईपाई एक गृहिणी हैं. ललिता अपनी चार बहन और एक भाई के साथ अपने माता पिता की चौथी संतान है. एक गरीब किसान होने के बावजूद उसकी बड़ी बहन आरती बोइपाई वर्तमान में दुगनी अर्चनी अकादमी में तीरंदाजी का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है, जबकि भाई गोमा को फुटबॉल का शौक है.

Also Read: Jharkhand Breaking News LIVE: जमशेदपुर में मिला इन्फ्लूएंजा वायरस H3N2 का पहला मरीज, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

ललिता भारतीय टीम के साथ ढाका के लिए रवाना

आरती की अन्य बहनें अभी पढ़ाई कर रही हैं. आज ललिता भारतीय टीम के साथ ढाका के लिए रवाना हो गयी. ललिता बोईपाई का भारतीय टीम में चयन होने सरायकेला- खरसावां जिला स्पोर्ट्स एसोसिएशन ने हर्ष व्यक्त किया है. डीएसए सचिव मोहम्मद दिलदार, पिनाकी रंजन, कोच बलराम महतो और संजय सुंडी ने अपने खिलाड़ी ललिता के साथ-साथ पूरी भारतीय टीम को शुभकामनाएं दी हैं. इसके पूर्व सरायकेला खरसावां जिले के खिलाड़ी रिंकी कुजूर एवं नीलम खलखो मलेशिया में भारतीय टीम की हिस्सा रही हैं.

Also Read: सीएम हेमंत सोरेन ने झारनियोजन पोर्टल का किया उद्घाटन, 75 फीसदी स्थानीय को ऐसे मिलेगी नौकरी

Exit mobile version