देश से काफी कम है पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी दर : ममता बनर्जी
कोलकाता : पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बेरोजगारी दर (Unemployment rate) देश से काफी कम है. इतना ही नहीं, उत्तर प्रदेश व हरियाणा के मुकाबले भी यहां बेरोजगारी दर काफी कम है. पश्चिम बंगाल कोरोना महामारी के साथ-साथ चक्रवाती तूफान अंफान की तबाही से जूझ रहा है. इसके बावजूद मजबूत आर्थिक रणनीति की बदौलत यहां बेरोजगारी दर काफी कम है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने ट्वीट कर ये जानकारी दी.
कोलकाता : पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बेरोजगारी दर (Unemployment rate) देश से काफी कम है. इतना ही नहीं, उत्तर प्रदेश व हरियाणा के मुकाबले भी यहां बेरोजगारी दर काफी कम है. पश्चिम बंगाल कोरोना महामारी के साथ-साथ चक्रवाती तूफान अंफान की तबाही से जूझ रहा है. इसके बावजूद मजबूत आर्थिक रणनीति की बदौलत यहां बेरोजगारी दर काफी कम है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने ट्वीट कर ये जानकारी दी.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि बंगाल को कोरोना महामारी और चक्रवाती तूफान अम्फान की दोहरी मार झेलनी पड़ी है. इससे मुकाबला करने के लिए उन्होंने मजबूत आर्थिक रणनीति अपनायी. यही वजह है कि बंगाल की बेरोजगारी दर देश से काफी कम है. सीएमआईई के मुताबिक जून महीने में पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी दर 6.5 फीसदी रही, जबकि देश की बेरोजगारी दर 11 फीसदी रही. इतना ही नहीं, उत्तर प्रदेश और हरियाणा की बेरोजगारी दर से भी काफी कम है. उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दर 9.6 एवं हरियाणा में 33.6 प्रतिशत रही.
We've implemented a robust economic strategy to tackle #COVID19 & the devastation caused by Amphan. Proof lies in West Bengal's Unemployment Rate for the month of June 2020 which stands at 6.5%, far better than that of India at 11%, UP at 9.6% & Haryana at 33.6%, as per CMIE.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) July 4, 2020
मुंबई के शोध संस्थान सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) के अनुसार मई में भी पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी दर देश की तुलना में कम थी. सीएमआईई के अनुसार मई में पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी दर 17.4 प्रतिशत थी, जबकि देश में बेरोजगारी दर 23.5 प्रतिशत थी. मार्च में पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी की दर 6.9 प्रतिशत थी, जबकि देश में 8.8 प्रतिशत थी.
Posted By : Guru Swarup Mishra