नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल यानी बुधवार एक फरवरी को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए वार्षिक बजट पेश कर दिया है. चुनाव पूर्व पूर्ण बजट में महिलाओं को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने के लिए नई छोटी बचत योजना की शुरुआत करने का ऐलान किया गया है. सरकार ने इसका नाम ‘महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र’ रखा है. सरकार की इस लघु बचत योजना के तहत किसी भी महिला या बालिका के नाम पर पैसा जमा किया जा सकता है. आइए, जानते हैं कि ‘महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र’ क्या है और इसमें पैसा जमा करने पर कितने दिन में कितना ब्याज मिलेगा?
महिलाओं को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए सरकार की ओर लघु बचत योजना के तहत ‘महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र’ की शुरुआत की गई. इस योजना को दो साल के लिए शुरू किया गया है. यह महिलाओं की बचत के लिए महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र दो साल के लिए मार्च 2025 तक उपलब्ध कराया जाएगा. इस योजना के तहत महिलाओं या फिर बालिकाओं के नाम पर अधिक से अधिक दो लाख रुपये जमा कराए जा सकते हैं. इस योजना में पैसा जमा करने के बाद आंशिक निकासी की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
बुधवार को अपने बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा महिलाओं की लघु बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज पर कहा कि महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र नामक इस योजना में दो साल के लिए 7.5 फीसदी की निश्चित दर से जमा राशि पर ब्याज मिलेगा. इस योजना के तहत किसी महिला या बालिका के नाम पर जमा किया जा सकता है. इसके तहत अधिकतम जमा राशि दो लाख रुपये रखी गई है और योजना में आंशिक निकासी की सुविधा भी होगी. उन्होंने कहा कि महिला सम्मान बचत पत्र के तहत एकबारगी नई छोटी बचत योजना है.
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विशेषज्ञों के अनुसार, महिला बचत प्रमाणपत्र पर मिलने रिटर्न बैंक की ओर फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज दर से से अधिक है और आंशिक निकासी से नकदी की चिंता भी नहीं रहेगी. हालांकि, महिला बचत प्रमाण पत्र पर मिलने वाला ब्याज सुकन्या समृद्धि योजना से थोड़ा कम है. सुकन्या समृद्धि योजना भी सरकार की लघु बचत योजना है, जो विशेष रूप से एक बालिका के लिए है. यह योजना एक बालिका की शिक्षा और शादी के खर्चों को पूरा करने के लिए है. सुकन्या समृद्धि योजना द्वारा दिए जाने वाले ब्याज की वर्तमान दर 7.6 फीसदी है, जो सालाना चक्रवृद्धि है. बालिका के 10 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक उसके नाम पर खाता खोला जा सकता है.