पश्चिम बंगाल के हावड़ा और हुगली-रिसड़ा में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा मामले पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक्शन लिया है. गृह मंत्रालय ने इस हिंसा मामले को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
दरअसल, बंगाल हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था. इस पत्र में सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल पुलिस “हिंदुओं को परेशान कर रही है और उन्हें गिरफ्तार कर रही है जबकि वास्तविक अपराधियों और अल्पसंख्यक समुदाय के अपराधियों को लेकर पुलिस ने आंख मूंद रखी है… ” यह पत्र लिखते हुए सुकांत मजूमदार ने गृह मंत्री अमित शाह से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी. जिसके बाद गृह मंत्रालय हरकत में आया है.
मालूम हो कि पिछले सप्ताह पश्चिम बंगाल के हावड़ा शहर में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी. इसके बाद हुगली-रिसड़ा में भी हिंसा देखने को मिली थी, जहां कुछ असामाजिक तत्वों ने रामनवमी जुलूस पर पथराव किया था. इस हमले में कई लोगों के घायल होने की भी खबर आई. जुलूस में बीजेपी विधायक और नेता भी शामिल थे. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी कार में तोड़फोड़ की गई. पथराव में विधायक के घायल होने की भी खबर है.
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घटना को लेकर बीजेपी और टीएमसी में तकरार जारी है. एक ओर बीजेपी, पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार पर जानबूझकर और पूरे प्लानिंग के साथ हमला करवाने का आरोप लगा रही है. वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया.
इधर हिंसा के बाद बंगाल में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. हालांकि बंगाल पुलिस ने स्थिति को निंयत्रण में रखा है. स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है. रिसड़ा में इंटरनेट सेवा भी बंद है. वहीं हुगली में सोमवार से ही धारा 144 लागू है.