केंद्रीय मंत्री जॉन बारला ने चाय बगान की जमीन पर किया कब्जा! कार्रवाई के आदेश
जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन ने लखीपाड़ा चाय बगान प्रबंधन से केंद्रीय मंत्री व अलीपुरद्वार के भाजपा सांसद जॉन बारला पर पट्टे की जमीन पर कब्जा करने और उस पर इमारत बनाने के लिए कार्रवाई शुरू करने को कहा है.
कोलकाता/जलपाईगुड़ी: उत्तर बंगाल (North Bengal) से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद और केंद्रीय मंत्री जॉन बारला (Union Minister John Barla) पर चाय बगान (Tea Garden) की जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगा है. उनके खिलाफ जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन ने कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं.
जिला प्रशासन ने लखीपाड़ा चाय बगान प्रबंधन (Lakhipara Tea Estate Administration) से केंद्रीय मंत्री व अलीपुरद्वार (Alipurduar) के सांसद जॉन बारला (John Barla) के खिलाफ बगान के एक पट्टे की जमीन पर कथित तौर पर कब्जा करने और उस पर एक इमारत (Illegal Construction) बनाने के लिए कार्रवाई शुरू करने को कहा है.
जिलाधिकारी मौमिता गोदारा बसु ने यह निर्णय प्रखंड भूमि व भू-राजस्व अधिकारी से रिपोर्ट मिलने के बाद लिया. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री जॉन बारला ने जिला के बनारहाट में चामुर्ची मोड़ में सरकारी भूमि पर एक इमारत का निर्माण किया है.
मौमिता गोदारा बसु ने कहा कि यह जमीन निजी संपत्ति नहीं है. पट्टे पर दी गयी जमीन है. यहां कोई भी ढांचा नहीं बना सकता. उन्होंने चाय बगानों (प्रबंधन) से कहा है कि वे अतिक्रमण हटाने और उसे उस रूप में वापस लाने के लिए तत्काल आवश्यक कार्रवाई करें, जैसा उन्हें 1995 में पट्टा समझौते पर दस्तखत के बाद दिया गया था.
साथ ही उन्होंने जल्द से जल्द कार्रवाई करने के लिए लिखा है. जिला प्रशासन ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) की स्थानीय इकाई से यह शिकायत मिलने के बाद प्रखंड भूमि व भू-राजस्व अधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी.
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तृणमूल ने बारला के खिलाफ की थी शिकायत
तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) की स्थानीय इकाई ने शिकायत में आरोप लगाया था कि अलीपुरदुआर से भाजपा सांसद (BJP MP John Barla) ने जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है. प्रशासन के एक सूत्र ने कहा कि कंपनी ने जिला प्रशासन को लिखे अपने पत्र में कहा है कि उसने बारला को बगान के पट्टे की जमीन पर व्यावसायिक भवन बनाने की कोई अनुमति नहीं दी है.
उल्लेखनीय है कि जॉन बारला वर्ष 2018 तक लखीपाड़ा चाय बगान के कर्मचारी थे. उन्हें पहले बगान के अधिकारियों ने इस्टेट के अंदर क्वार्टर उपलब्ध कराया था. संपर्क करने पर जॉन बारला ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया.
Posted By: Mithilesh Jha