West Bengal : बंगाल में कालीपूजा के दौरान दिखेंगी पंडालों में अनोखी थीम, सज कर तैयार हुए पूजा पंडाल
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में काली पूजा को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है. पश्चिम बंगाल के इन जिलों में काफी धूमधाम से कालीपूजा का आयोजन किया जाता है. खास तौर पर उत्तर 24 परगना में नैहाटी, बारासात, मध्यमग्राम, दमदम काली पूजा के लिए प्रसिद्ध हैं.
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में काली पूजा को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है. पश्चिम बंगाल के जिलों में काफी धूमधाम से कालीपूजा का आयोजन किया जाता है. खास तौर पर उत्तर 24 परगना के नैहाटी, बारासात, मध्यमग्राम, दमदम काली पूजा के लिए बेहद ही प्रसिद्ध हैं. इस पूजा को देखने के लिए हर साल हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं.काली पूजा की तैयारी भव्य तरीके से की जाती है . इस बार 110 प्रतिमा स्थापित की गई है जिनमें से 80 प्रतिमा विसर्जन यात्रा में शामिल होंगी. कोरोना काल के दो वर्ष बाद इस बार काली पूजा को लेकर भव्य आयोजन किया जा रहा है. यहां पर कालीपूजा के दौरान 5 दिनों तक उत्सव व कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है.
Also Read: सैगल के दिल्ली जाने से अनुब्रत की बढ़ सकती है परेशानी,चर्चा तेज नैहाटी में श्यामा पूजा के मुख्य आकर्षणों में से एक अरबिंदो रोड पर बड़ों मां काली पूजानैहाटी में श्यामा पूजा के मुख्य आकर्षणों में से एक अरबिंदो रोड पर बड़ों मां काली पूजा है. इस काली पूजा की बात जिले के साथ-साथ देश-विदेश में भी पहुंच चुकी है. यह नैहाटी की प्राचीन काली पूजाओं में से एक है. हर कोई मां काली को बड़ों मां के रूप में जानता है. इस मंदिर में पूजा के लिए आने वाले फल और कपड़े अनाथालयों और वृद्धाश्रमों में बांटे जाते हैं. भक्तों द्वारा दी जाने वाली बनारसी साड़ी गरीब अविवाहित लड़कियों को शादी के लिए दी जाती है.
नैहाटी स्टेशन रोड से गंगा जेट्टी घाट की ओर जाते समय काली मंदिर के दर्शन होंगे. मंदिर के ठीक बगल में एक विशाल मूर्ति बनाई जा रही है. नैहाटी की बड़ोमां की मूर्ति की ऊंचाई 22 फीट है. इस मूर्ति की ऊंचाई नैहाटी की अन्य काली मूर्तियों की तुलना में काफी अधिक है, इसलिए बड़ो मां कहा जाता है. यहां उनकी पूजा दक्षिणकाली के रूप में की जाती है हर साल इस काली देवी की मूर्ति को कई किलो सोने के गहनों से सजाया जाता है.
नैहाटी में आकर्षक थीम के साथ तैयार किया जाता है पंडालनैहाटी में आकर्षक थीम के साथ पंडाल का निर्माण किया जाता है. इस कड़ी में 62 वीं वर्ष में लोहाघाट पार्क काली पूजा कमेट ने कपड़ा के सुता से पंडाल का निर्माण किया है. इस पंडाल में विभिन्न आकृतियों को सुता से तैयार किया गया है. नैहाटी के मित्रीपाड़ा सार्वजनिक पूजा कमेटी इस वर्ष केदारनाथ की आकृति पर पंडाल बनाया है. उनकी प्रतिमा मेदिनीपुर के शिल्पकार जर्मन सिल्वर से बनाएं
Also Read: बंगाल में हैवानियत : कर्ज का पैसा नहीं चुकाया तो हाथ पैर बांधकर रेल की पटरी पर छोड़ा फिर… न्यू स्टार क्लब का काली पूजा की खास तैयारीन्यू स्टार क्लब के मुख्य व्यवस्थापक और नैहाटी नगरपालिका के सीआईसी सन्त दे कहा कि इस बार न्यू स्टार क्लब का काली पूजा का 56वां साल है. नैहाटी काली पूजा के लिए प्रसिद्ध है. नैहाटी थाना पुलिस और नैहाटी नगर पालिका साधारण लोगों की सुरक्षा के लिए सभी तरह की व्यवस्था की है. इसलिए नैहाटी नगरपालिका के तरफ से करीब 70 से 80 नगर पालिका के कर्मी काली पूजा के दौरान सड़क पर साधारण लोगों की मदद के लिए कार्य करेंगे .
काठगोला पूजा कमेटीनैहाटी के सात नंबर विजयनगर आदिवासी काठगोला पूजा कमेटी की 72 पूजा है इस साल विकास और खुशी के आधार पर पंडाल का निर्माण किया गया है. नैहाटी न्यू स्टार पूजा कमेटी इस साल दुबई के बुर्ज अल अरब होटल तर्ज़ पर पुजा पंडाल का निर्माण किया है. इस पंडाल की ऊंचाई 90 फीट है. दुबई के होटल के साथ ही इस पंडाल में समुद्र का नजारा देखने को मिलेगा.
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