बाघमारा (रंजीत सिंह) : मनरेगा में लक्ष्य के अनुरूप कार्य नहीं करने पर डीडीसी ने बाघमारा, पूर्वी टुंडी, धनबाद, बलियापुर और तोपचांची प्रखंड के बीडीओ का वेतन रोक दिया है. साथ ही इन प्रखंडों के बीपीओ का वेतन भी अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है. कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों को मनरेगा से जोड़ने का निर्देश दिया गया था, जिसमें ये पांचों प्रखंड विफल रहे.
प्रवासी मजदूरों को पर्याप्त मात्रा में कार्य देने के लिए डीडीसी ने 61 पंचायतों वाले बाघमारा प्रखंड को एक माह में एक लाख मानव दिवस सृजित कर इन्हें कार्य देने का निर्देश दिया था. डीडीसी के पत्र के अनुसार प्रखंड में मात्र 12 हजार मानव दिवस का सृजन किया गया, जबकि इसकी समीक्षा कई बार मनरेगा आयुक्त के साथ-साथ उपायुक्त व डीडीसी ने की थी. इस मामले में कई रोजगार सेवकों पर भी गाज गिर सकती है. इसकी समीक्षा प्रखंड स्तर पर की जा रही है.
राज्य मनरेगा आयुक्त ने कोरोना महामारी के समय प्रवासी मजदूरों व बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 28 सितंबर को समीक्षा बैठक की. वीसी, व्हाट्सएप्प व फोन के जरिये हुई बैठक में लक्ष्य के अनुरूप मानव दिवस सृजन का निर्देश दिया था. विभाग के 18 नवंबर, 2020 के प्रगति प्रतिवेदन से स्पष्ट है कि लक्ष्य के विरुद्ध धनबाद प्रखंड में 6.70 %, बाघमारा में 11.23%, तोपचांची में 11.53%, पूर्वी टुंडी में 11.80% तथा बलियापुर में 11.99 प्रतिशत ही कार्य किया गया है और इस कारण राज्य स्तर पर जिले की प्रगति असंतोषजनक है.
Posted By : Guru Swarup Mishra