UP Chunav 2022: कांग्रेस ने वाराणसी के दो सीटों पर की प्रत्याशियों की घोषणा, जानें उनका राजनीतिक सफर
UP Chunav 2022: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस ने 152 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है. इसमें वाराणसी के दो सीटों के प्रत्याशियों का भी नाम है.
कांग्रेस ने गुरुवार को अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है. उसमें 125 सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की. पहली सूची में वाराणसी के दो सीटों के प्रत्याशियों का भी नाम है. सूची के मुताबिक पिंडरा से पूर्व में विधायक रहे अजय राय को प्रत्याशी घोषित किया गया है, जबकि जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल को रोहनियां सीट से चुनावी मैदान में कांग्रेस ने उतारा है. इसके साथ ही कांग्रेस ने फाइनल टिकट देते हुए पिंडरा से अजय राय और रोहनिया से राजेश्वर पटेल के चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कुछ अप्रत्याशित करने की संभावना के बीच में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने 18वीं विधानसभा के गठन के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है. 125 प्रत्याशियों की पहली सूची में वाराणसी से दो सीट के लिए प्रत्याशी ने नाम की घोषणा की. जिसमे पिंडरा से अजय राय को टिकट देने के बाद उनके राजनीतिक सफर की, अगर बात करे तो महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से स्नातक करने वाले अजय राय 1996 में कोलअसला से पहली बार भाजपा से विधायक हुए. यहां उन्होंने 9 बार विधायक रहे उदल को हराया था.
Also Read: UP Chunav 2022: यूपी में कल से चुनावी शंखनाद, 11 जिलों के 58 सीटों पर होगा नामांकन
2002 में उसी सीट पर फिर भाजपा से विधायक बने. इसी वर्ष अजय राय प्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री भी रहे। 2007 में बीजेपी से विधायक हुए. 2009 में भाजपा के प्रत्याशी मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़े. इसके बाद 2009 पिंडरा में हुए उप चुनाव में फिर से निर्दल प्रत्याशी के तौर पर विधायक चुने गए. इसी साल इन्होंने कांग्रेस ज्वाइन किया. 2012 में कांग्रेस से इसी सीट पर विधायक चुने गए. 2014 में पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़े. वर्ष 2017 में कांग्रेस से पिंडरा से विधायकी का चुनाव लड़े, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था.
2014 में लोकसभा चुनावों में भी अजय राय के नाम पर लंबे समय तक कांग्रेस में सस्पेंस बना रहा. मगर आखिरी चरणों में उनको चुनावी समर में उतारा गया था. इस बार भी प्रियंका गांधी को उतारे जाने की चर्चाओं के बीच आखिरकार कांग्रेस ने अजय राय पर ही भरोसा जताया. पिछली लोकसभा में वह तीसरे मजबूत प्रत्याशी साबित हुए थे और उनहोंने तीसरा स्थान अरविंद केजरीवाल के बाद हासिल किया था. बनारस से घोषित टिकटों में कांग्रेस ने अपने कद्दावर नेता अजय राय के साथ ही जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल पर विश्वास जताया है.
राजेश्वर को पटेल बहुल सीट रोहनिया से टिकट दिया गया है. वर्ष 2006 में कांग्रेस से जुड़े राजेश्वर इससे पहले जनमोर्चा से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. वर्तमान में 24 दिसंबर 2019 से पार्टी के जिलाध्यक्ष है. इससे पहले वह वर्ष 2013 में पार्टी की जिला इकाई जिला महासचिव भी रहे हैं. वर्ष 2007 में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। लगातार इनके मेहनत और इमानदार छवि को देखकर पार्टी ने इनके ऊपर भरोसा जताया है.
बनारस में पिछड़ी जाति को पार्टी से जोड़ने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. लगातार संगठन को मजबूत करने के लिए इन्होंने अभियान चलाया है. राजेश्वर पटेल कबड्डी के खिलाड़ी भी है. भारतीय रेलवे की नौकरी से वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) लेकर इन्होंने समाज सेवा का काम किया है.
रिपोर्ट: विपिन सिंह, वाराणसी