UP Board Result 2022: यूपी बोर्ड के रिजल्ट का सफर, 1969 में ऐसे निकलता था बोर्ड रिजल्ट
UP Board Result 2022: आज भी स्टूडेंट्स का दिल बोर्ड के रिजल्ट के समय तेजी से धड़कने लगता है. आजादी के बाद से लेकर आज तक यूपी बोर्ड का रिजल्ट अलग-अलग प्रकार से निकला. जहां 90 के दशक में अखबार में निकलता था रिजल्ट वहीं अब डिजिटल माध्यम से परिणाम आते हैं.
UP Board Result 2022: यूपी बोर्ड के हाई स्कूल व इंटर के रिजल्ट का क्रेज जैसे आजादी के बाद सन 1969 में था, उसी प्रकार आज भी है. आज भी स्टूडेंट्स का दिल बोर्ड के रिजल्ट के समय तेजी से धड़कने लगता है. आजादी के बाद से लेकर आज तक यूपी बोर्ड का रिजल्ट अलग-अलग प्रकार से निकला. आइए यूपी बोर्ड के इस सफर पर डालते हैं एक नजर .
इस बार 2022 का रिजल्ट है हाईटेक… 2022 में जारी हो रहा यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटर का रिजल्ट पिछले वर्ष से कुछ हाईटेक है. हाईस्कूल की स्टूडेंट रिया शर्मा ने बताया कि इस बार बोर्ड परीक्षा दे रहे बच्चों से ईमेल आईडी मांगी गई है. सुनने में आ रहा है कि रिजल्ट मेल आईडी पर भी आएगा. रिजल्ट यूपी बोर्ड और एनआईसी की वेबसाइट पर ऑनलाइन निकलेगा.
2020 में केवल ऑनलाइन आया था रिजल्ट… साल 2020 में यूपी बोर्ड का रिजल्ट केवल ऑनलाइन, बोर्ड की वेबसाइट व एनआईसी के पोर्टल पर जारी हुआ था. इंटर की स्टूडेंट गौरी कश्यप ने बताया कि यूपी बोर्ड के रिजल्ट के लिए हाईस्कूल में कोई मेल आईडी नहीं मांगी थी. रिजल्ट ऑनलाइन ही जारी हुआ था.
90 के दशक में अखबार से निकलता था रिजल्ट
90 के दशक में यूपी बोर्ड के इंटर और हाईस्कूल का रिजल्ट अखबार में प्रकाशित होता था. इंटर और हाईस्कूल का रिजल्ट दोनों अलग-अलग डेट में आता था. 1999 में हाई स्कूल कर चुके देवदत्त ने बताया कि उस समय रिजल्ट अखबार में आता था. रोल नंबर के आगे फर्स्ट डिवीजन के लिए F, सेकंड डिवीजन के लिए S, थर्ड डिवीजन के लिए T लिखा होता था. सभी को अखबार आने का बेसब्री से इंतजार रहता था. स्टूडेंट अपना रोल नंबर अखबार में ढूंढते नजर आते थे.
देश की आजादी के बाद जब यूपी बोर्ड का गठन हुआ, उसके बाद हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा का रिजल्ट अखबार में आता था. रिजल्ट की सूचना एक समाचार के रूप में एक-दो दिन पहले अखबार में दे दी जाती थी. 1969 में हाईस्कूल कर चुके महेंद्र पाल शर्मा ने बताया कि उस समय अखबार में रिजल्ट प्रकाशित होता था. रिजल्ट के कुछ दिन बाद मार्कशीट स्कूल से मिलती थी. उस समय की मार्कशीट हाथ से लिखी हुई होती थी. सभी विषयों के नंबर यूपी बोर्ड से प्राप्त अंक चार्ट के आधार पर मार्कशीट में भरे जाते थे. यूपी बोर्ड का रिजल्ट अखबार में प्रकाशित होने का दौर आजादी के बाद से लेकर के 90 दशक के अंत तक चला, जिसके बाद रिजल्ट जारी होने का माध्यम ऑनलाइन हो गया.