Gorakhpur: संघर्ष से UP Board में हासिल किया मुकाम, ठेला लगाने वाले के बेटे ने 10वीं में किया टॉप
UP Board Results 2022: गोरखपुर के दसवीं के परीक्षा में 93.83% अंक हासिल कर जिला टॉप करने वाले आकाश ने यह साबित कर दिया कि गरीबी और संसाधन की कमी प्रतिभा को मोहताज नहीं कर सकती. गोरखपुर के चौरी चौरा जीपीएस इंटर के छात्र है आकाश. आकाश चौरी चौरा के रहने वाले हैं.
UP Board Results 2022: परिंदों को मंजिल मिलेगी यकीनन, यह फैले हुए उनके पंख बोलते हैं, जो रहते हैं अक्सर खुद खामोश लेकिन, जमाने में उनके हुनर बोलते हैं. यह लाइनें गोरखपुर के दसवीं के परीक्षा में 93.83% अंक हासिल कर जिला टॉप करने वाले आकाश के ऊपर सटीक बैठती है .आकाश ने यह साबित कर दिया कि गरीबी और संसाधन की कमी प्रतिभा को मोहताज नहीं कर सकती. गोरखपुर के चौरी चौरा जीपीएस इंटर के छात्र है आकाश. आकाश चौरी चौरा के रहने वाले हैं. आकाश के पिता कन्हैया चौरी चौरा बाजार में पानीपुरी का ठेला लगाते हैं. इसी कमाई से उनका पूरा परिवार गुजारा करता है चार भाई-बहनों में सबसे छोटा बेटा आकाश है आकाश शुरू से ही पढ़ाई में काफी होनहार रहें है.
आकाश को जब आठवीं में अच्छे अंक मिले तो उनके पिता का उत्साह बढ़ा और उन्होंने आकाश को आगे पढ़ाने का फैसला लिया. इस बार आकाश ने गोरखपुर के चौरी चौरा स्थित जीपीएस इंटर कॉलेज से दसवीं का एग्जाम दिया और 93.83% अंक पाकर जिला टॉप किया है. आकाश ने बताया कि उन्हें परीक्षा में 95% से अधिक अंक पाने की उम्मीद थी . उन्होंने बताया कि उनके पिता ने कभी उन्हें दुकान का या कोई और काम करने नहीं दिया करते थे. हमेशा सिर्फ पढ़ाई करने को ही कहते थे इसलिए इस कामयाबी का श्रेय वह अपनी माता-पिता और टीचर को देते हैं. आकाश ने बताया कि मेरे पापा ने पैसे की तंगी के बाद भी मेरी पढ़ाई और जरूरत में कोई कमी नहीं की.
आकाश ने बताया कि इंटर की पढ़ाई के बाद वह आईआईटी से बीटेक करेंगे और उसके बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी करेंगे आईएएस क्वालीफाई करना उनका लक्ष्य है.वो कहते हैं कि वह एक दिन आईएएस बनकर अपने पिता का नाम रोशन जरुर करेंगे. आकाश ने बताया कि पिता कि इस परिश्रम को देखकर आकाश ने भी बोर्ड परीक्षा में खूब मेहनत की जिसका नतीजा आज सभी के सामने हैं.हाईस्कूल परीक्षा के दौरान एक हादसे में उनकी उंगली टूट गई थी जिसकी वजह से कुछ पेपर में उनके नंबर कम आए हैं.
आकाश का सपना यूपीएससी क्रैक कर आईएएस बनना है .आकाश की इस कामयाबी से जहां उसके पूरे परिवार और इलाके में जश्न का माहौल है .आकाश का यह कहना है कि यह मेरी कामयाबी नहीं है कामयाबी उस दिन मिलेगी जब वह आईएएस क्वालीफाई कर लेंगे और उनका सपना आईएएस बनना है.
रिपोर्टर – कुमार प्रदीप