UP : बीकानेर में तैनात बीएसएफ के जवान की डेंगू से मौत, सम्मान से दी गई अंतिम विदाई में उमड़ा जनसैलाब
37 साल के सूरत तालान 2008 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे. पिछले 4 साल से राजस्थान के बीकानेर में तैनात थे. डेंगू से पीड़ित थे और सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा था. परिवार का कहना है कि उनका उपचार में चूक हुई है.
अलीगढ़ : बीकानेर में तैनात बीएसएफ के जवान की डेंगू से मौत हो गई. गुरुवार को जवान का शव अलीगढ़ में स्थित टप्पल के बैना में लाया गया. 37 साल के सूरत तालान 2008 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे. पिछले 4 साल से राजस्थान के बीकानेर में तैनात थे. परिजनों ने बताया कि पिछले कुछ दिन से डेंगू से पीड़ित थे और सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा था. उन्होंने सही से इलाज नहीं करने का आरोप लगाया है. हालांकि के शव को बैना गांव लाया गया. जहां बीएसएफ के जवान को अंतिम विदाई देने के लिए आसपास इलाके के लोग उमड़ पड़े. अंतिम संस्कार के समय इलाके के विधायक आदि कोई माननीय नहीं पहुंचा था.
बीएसएफ में तैनात सूरत कुमार तालान पिछले 4 साल से बीकानेर जिले में थे. ड्यूटी के दौरान तबियत बिगड़ने पर उनको खाजूवाला स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया . टेस्ट रिपोर्ट के बाद उनको डेंगू की पुष्टि हुई . उपचार के दौरान ही सूरत कुमार तालान की मौत हो गई. मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया कि उन्हें सही समय पर ट्रीटमेंट नहीं दिया गया. मृतक का छोटा भाई भगत सिंह भी एयर फोर्स में है. भगत सिंह का कहना था कि बीकानेर के बड़े अस्पताल में रेफर किया जाता तो सूरत कुमार की जान बच जाती. भगत सिंह ने भी उपचार में चूक होने का आरोप लगाया है. उसने मांग की है कि ट्रीटमेंट के दस्जावेज उनको उपलब्ध कराए जाएं.
बीएसएफ के जवान के शव को तिरंगे में लपेट कर लाया गया. हजारों की संख्या में जुटी भीड़ ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी. बीएसएफ की टुकड़ी ने अपने साथी को सलामी दी . मृतक के भाई ने परिवार के लिए उचित मुआवजे की मांग रखी है . उन्होंने बताया कि परिवार नाजुक स्थिति से गुजर रहा है. मृतक की शादी 2012 में हुई थी. अपने पीछे एक बेटा, पत्नी छोड़ गये. वहीं वृद्ध माता – पिता का रो-रो बुरा हाल है.