उत्तर प्रदेश के बाद अब बिहार में भी बुलडोर मॉडल (Bulldozer model) की बात होने लगी है. एक तरफ जहां सियासी गलियारों में इस मॉडल को लेकर बयानबाजी किये जाने लगे हैं वहीं दूसरी ओर एक्शन में भी अब बुलडोजर से कार्रवाई दिखने लगी है. छपरा में जब एक अपराधी के घर पर जेसीबी से तोड़ फोड़ की गयी तो चारो तरफ यही बातें लोगों के जुबांन पर दिखी कि अब बिहार में भी बुलडोर से अपराधियों के हौसले कुचले जाने लगे.
छपरा में हत्यारोपितों के घर पर प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर पहुंच गयी. दरसअल, बीते साल 25 मार्च 2021 को डोरीगंज थाना क्षेत्र के दफ्दरपुर गांव निवासी सुदीश राय के पुत्र सोनु कुमार की हत्या हाइवे के पास कर दी गयी थी. मृतक के पिता ने इस मामले में पांच लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
आरोपित जितेंद्र राय और विकास राय फरार चल रहे थे. जिसके बाद कोर्ट के आदेशानुसार, आरोपितों के घर में कुर्की जब्ती की कार्रवाई की गयी. इस दौरान प्रशासन ने जेसीबी से घर के दरवाजे, चौखटों को उखाड़ा.
प्रशासन की टीम जब कुर्की जब्ती के लिए पहुंची तो जेसीबी देख कई लोग वहां इक्ट्ठे हो गये. मौके पर मौजूद लोगों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी बुलडोजर मॉडल से कार्रवाई की बात चलने लगी. इधर पुलिस का कहना है कि अधिक मजदूरों के बदले जेसीबी से ही आसानी से ये काम किया गया. इसे लेकर सियासी बयानबाजी तब तेज हुई जब बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने भी योगी मॉडल की सलाह बिहार के लिए दे दी.