यूपीः गोरखपुर में सही आवेदन करने के बाद भी अंकों के फेर में हजारों छात्र छात्रवृत्ति से वंचित रह गए हैं. छात्रवृत्ति के लिए आवेदन की समय सीमा समाप्त हो चुकी है. छात्रों के खाते में छात्रवृत्ति के पैसे भी आने लगे हैं. लेकिन अभी हजारों की संख्या में ऐसे छात्र हैं. जिनकी छात्रवृत्ति अभी तक नहीं आई है. छात्र अपनी छात्रवृत्ति को लेकर परेशान दिख रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में छात्र अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के चक्कर काट रहे हैं. बजट की उपलब्धता के आधार पर मेरिट के अनुसार छात्रों की छात्रवृत्ति भेजी जा रही है. जिले के कितने पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति मिली है इसका आंकड़ा अभी विभाग के पास भी नहीं है.
छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने के बाद भी 31 मार्च तक जिन छात्रों की छात्रवृत्ति नहीं आई हैं. वह छात्र, छात्राएं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के कार्यालय में जानकारी के लिए पहुंच रहे हैं. गोरखपुर जिले में पोस्ट मैट्रिक कक्षा में छात्रवृत्ति के लिए एक लाख 16 हजार से अधिक छात्र और छात्राओं ने आवेदन किया है. इनमें सामान्य वर्ग के करीब 16000 अन्य पिछड़ा वर्ग के करीब 74000 और एससी वर्ग के 26000 छात्र छात्राएं शामिल हैं.
जिसमें 6,000 से अधिक छात्र छत्राओं के आवेदन विभिन्न कारणों से निरस्त कर दिया गया. 31 मार्च तक कई छात्रों के खाते में छात्रवृत्ति आ गई है. जिन छात्रों का छात्रवृत्ति नहीं आया है. वह जिला समाज कल्याण के कार्यालय में पहुंचकर छात्रवृत्ति न आने को लेकर जानकारी ले रहे हैं. कई छात्रों में इसको लेकर आक्रोश देखा गया है.
जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि छात्रवृत्ति का आवेदन पत्र सही होने पर भी बजट के आधार पर छात्रवृत्ति दी जाती है. इसमें मेरिट के आधार पर छात्रों की छात्रवृत्ति दी जाती है. उन्होंने कहा कि जिन छात्रों की छात्रवृत्ति नहीं आई है. उनके मामले को निदेशालय तक पहुंचाया जाएगा.
कक्षा 11 और 12 को छोड़कर पोस्ट मैट्रिक के अन्य कक्षाओं में ओबीसी वर्ग के लिए पिछड़ा वर्ग निदेशालय की ओर से छात्रवृत्ति की कट ऑफ मेरिट 65.20 प्रतिशत तय की गई है. अभी तक जिन छात्रों को छात्रवृत्ति मिली है. उनकी मैरिट 75% के ऊपर है. लेकिन अभी भी हजारों छात्र छात्राएं छात्रवृत्ति से वंचित है. इसी तरह से सामान्य वर्ग के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति नहीं मिली है. एससी वर्ग में छात्रवृत्ति के लिए सही आवेदन करने वाले लगभग छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति मिल गई है.
रिपोर्ट–कुमार प्रदीप,गोरखपुर