मुन्नवर राणा की UP CHUNAV में एंट्री, बोले- योगी दोबारा सीएम बने तो पलायन बढ़ेगा, फिर बीजेपी बोली…
UP Assembly Elections 2022: भाजपा नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत प्रियंका गांधी पर जमकर निशाना साधा है.
UP Assembly Elections 2022 : मुन्नवर राणा द्वारा योगी आदित्यनाथ को लेकर किये जा रहे कटाक्ष पर भाजपा नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि वह ये नही देख पा रहे हैं कि सीएम योगी कुशल प्रशासक कैसे साबित होते जा रहे हैं. योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों की न सिर्फ कमर तोड़ी है बल्कि दुबारा अपराधी गैंग न बना सके इसके लिए भी उनकी आर्थिक क़मर तोड़ने का भी काम किया है. 4300 करोड़ की उनकी सम्पत्ति जब्त कर के सरकार में मिलाया है. उनकी अवैध कब्जित जमीनो पर गरीबो के लिए आवास बनाने का भी कार्य किया है.
प्रियंका गांधी पर साधा निशाना
हामिद अंसारी जब राष्ट्रपति पद पर विराजमान थे जिस पद का मैं सम्मान भी करता हूँ. और हामिद अंसारी का भी सम्मान करता हूँ लेकिन पद पर रहते हुए उन्हें धार्मिक असहिष्णुता नही दिखी लेकिन पद से हटने के बाद दिख रही है ये एक चिंता का विषय है. प्रियंका गांधी को इस चुनाव में किस तरह से देखते है इसके जवाब में लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि प्रियंका गांधी की स्थिति इसी बात से स्पष्ट हो जाती है कि उनके द्वारा दिया गया स्लोगन मैं लड़की हु लड़ सकती हूं की पोस्टर गर्ल प्रियंका मौर्या आज बीजेपी में चुनावी गतिविधियों को अंजाम दे रही हैं. बस इसी से उनकी स्थिति को आंक लीजिए. उस बहन की क्या स्थिति चुनाव में बनेगी जिसका भाई चुनाव में इटली घूम रहा है.
बीजेपी पार्टी ने एक सैद्धांतिक निर्णय लिया है कि हम किसी सांसद, विधायक, बड़े नेता के बेटे को टिकट नही देंगे. अब इस परिभाषा की जद में जो भी आएगा सबके लिए एक ही नियम लागू होगा. पंकज सिंह जो कि राजनाथ सिंह के बेटे हैं उनको टिकट क्यों दिया गया इसके जवाब में बाजपेयी ने कहा कि वे भले ही राजनाथ सिंह के बेटे हैं मगर उन्होंने अपने पिता से अलग हटकर लगातार काम किया है.
अखिलेश यादव द्वारा सपा की सरकार बनने पर 5 रुपये थाली की कैंटीन गरीबो के लिए खोलने की बात पर लक्ष्मीकांत वाजपेयी का कहना है कि सरकार बननी नही है इसलिए वे ऐसा जरूर कहेंगे क्योंकि 5 साल सरकार में रहने पर उन्हें गरीबो का खयाल नही आया. हमारा कार्यकर्ताओं के लिए यही संदेश है कि हर हाल में घुटने टेककर, दांत भिचकर, मुठी बांधकर जुट जाओ और अपना अपना बूथ जीतकर आओ.