UP Chunav 2022: पूर्वांचल के इन बाहुबलियों पर रहेगी सबकी नजर, अंतिम चरण में होगा हाई वोल्टेज मुकाबला
UP Chunav 2022: पूर्वांचल में इस बार आजमगढ़ से रमाकांत यादव, मऊ सदर से मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी और भतीजा मन्नू अंसारी मोहम्मदाबाद सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. भदोही से विजय मिश्रा और जौनपुर की मल्हनी धनंजय सिंह मैदान में हैं.
UP Chunav 2022: यूपी विधानसभा चुनाव अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है. 6 चरण के मतदान हो चुके हैं वहीं अब सात मार्च को अंतिम चरण का मदतान होना है. यूपी के पूर्वांचल में हर बार के चुनाव में बाहुबली और माफिया सरगना राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित करते रहे हैं. यह चुनाव भी अब इससे अछूता नहीं रहा. 1980 के दशक में गोरखपुर में हरिशंकर तिवारी से शुरू हुआ राजनीति के अपराधीकरण का यह सिलसिला मुख्तार अंसारी, बृजेश सिंह, विजय मिश्रा, सोनू सिंह, विनीत सिंह और फिर धनंजय सिंह जैसे बाहुबली नेताओं तक पहुंचा है.
पूर्वांचल में इस बार आजमगढ़ से रमाकांत यादव, मऊ सदर से मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी और भतीजा मन्नू अंसारी मोहम्मदाबाद सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. भदोही से विजय मिश्रा और जौनपुर की मल्हनी धनंजय सिंह मैदान में हैं. साल 2012 में जौनपुर के बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी जागृति सिंह पर नौकरानी की हत्या का आरोप लगा था. इस मामले में धनंजय और उनकी पत्नी को जेल तक जाना पड़ा. इसके बाद साल 2012 में ही जागृति ने मल्हनी से विधायकी का पर्चा भरा, लेकिन हार गईं. राजनीतिक हार का उनका सिलसिला 2020 के उपचुनाव तक भी नहीं थमा. जौनपुर की मल्हनी विधानसभा सीट बाहुबली धनंजय सिंह की राजनीतिक कर्मभूमि में शामिल रही है.
पूर्वांचल में अब्बास, विजय मिश्र और धनंजय पर कई मुकदमे भी हैं. जबकि एक दिन पूर्व ही चुनाव आयोग ने सुभासपा से उम्मीदवार अब्बास अंसारी पर कार्रवाई करते हुए उनका चुनाव प्रचार तक प्रतिबंधित विवादित बयान की वजह से कर दिया था. विजय मिश्र प्रमासपा से जहां आगरा जेल से चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहे हैं वहीं दूसरी ओर धनंजय सिंह ने भी चुनावी मैदान में जदयू की ओर से ताल ठोंका है. इन उम्मीदवारों पर इनके ही क्षेत्र के मतदाताओं की ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश की नजर लगी हुई है. इस लिहाज से पूर्वांचल में अंतिम सातवें दौर में सात मार्च को होने जा रहे मतदान में इन तीन सीटों को सबसे चर्चित सीटों के रूप में माना जा रहा है.