UP Chunav 2022 : शेर अली जाफरी कौन हैं, जिन्होंने खुसरो सेना पार्टी का बीजेपी में किया विलय
शेर अली जाफरी ने पीलीभीत में अपनी पार्टी खुसरो सेना का भाजपा में विलय कर दिया है. पार्टी के सभी पदाधिकारियों को बीजेपी की सदस्यता दिलायी गयी. आइए जानते हैं शेर अली जाफरी कौन हैं...
UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 की तैयारियों में जुटी भाजपा ने मंगलवार को बरेली मंडल के पीलीभीत में खुसरो सेना पार्टी का विलय कराया है. यहां भाजपा के ब्रज क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष रजनीकांत महेश्वरी ने खुसरो सेना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेर अली जाफरी और उनकी पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों को सदस्यता दिलाई है. बसपा, सपा और आईएमसी के बाद शेर अली जाफरी का नया ठिकाना भाजपा हो गया है.
एक बार फिर उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीतकर सरकार बनाने की कोशिश में जुटी भाजपा अपना कुनबा बढ़ाने में जुटी है. मंगलवार को पीलीभीत में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा के ब्रज क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष रजनीकांत महेश्वरी, भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री सुधीर मौर्य, पीलीभीत के जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह ने खुसरो सेना पार्टी का भाजपा में विलय कराया. इसके साथ ही खुसरो सेना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेर अली जाफरी, उनके बेटे फिरोज जाफरी समेत दर्जन भर से अधिक उनके परिजन, रिश्तेदारों और पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों को सदस्यता दिलाई.
शेर अली जाफरी ने बसपा से सियासत में आगाज किया था. उनकी पत्नी नूरजहां जाफरी ने वर्ष 2007 में बरेली में महापौर पद का चुनाव लड़ा था. इसके बाद वह सपा और आईएमसी में भी शामिल हुए. आईएमसी से शहर सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन करीब 30 हजार वोट लेकर तीसरे पायदान पर रहे. अब उनका नया ठिकाना बसपा, सपा और आईएमसी के बाद भाजपा हो गया है. भाजपा जिलाध्यक्ष ने उनकी पार्टी के विलय की घोषणा की.
(रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद, बरेली)