UP Assembly Elections 2022: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Yadav) के बीच जुबानी जंग अब खत्म हो गयी है. वहीं अब चाचा और भतीजे के रिश्ते में जमी बर्फ भी पिघलने लगी है, इस बात की गवाही मंगलवार को हुई दोनों नेताओं के मुलाकात ने दी. समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद करीब 5 साल बाद आज चाचा शिवपाल यादव अपने भतीजे अखिलेश यादव से मिलने समाजवादी पार्टी दफ्तर पहुंचे. दोनों नेताओं के बीच हुई ये मुलाकात राजनीतिक रूप से काफी मायने रखती है.
मीडिया में चल रही खबरों की माने तो सपा कार्यालय में अखिलेश और शिवपाल के बीच करीब 40 मिनट तक बैठक चली, जिसमें यूपी चुनाव को लेकर और टिकट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई. ऐसी भी खबरें आ रही है कि शिवपाल यादव और उनके पुत्र आदित्य यादव दोनों सपा के टिकट और चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, टिकट को लेकर फैसला शिवपाल ने अखिलेश पर छोड़ दिया है.बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच गठबंधन तय हो गया है.
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16 दिसंबर को सपा सुप्रीमो अचानक चाचा शिवपाल यादव के घर पहुंचे थे, जहां दोनों के बीच करीब 45 मिनट तक बंद कमरे में बातचीत हुई. चाचा शिवपाल यादव से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने गठबंधन का ऐलान किया था. यूपी चुनाव 2017 से पहले शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच विवाद शुरू हो गया, जिसके बाद दोनों नेता एक साथ मंच पर नहीं दिखे, हालांकि कई परिवारिक कार्यक्रमों में दोनों एक साथ नजर आए, लेकिन सार्वजनिक तौर पर छह साल तक वह एक दूसरे के साथ नहीं दिखे हैं. बताते है कि समाजवादी कुनबे के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल व अखिलेश के रिश्ते की तल्खी दूर करने में अहम भूमिका निभाई है.