UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश के बरेली मंडल के जनपद शाहजहांपुर की तिलहर विधानसभा से विधायक रोशन लाल वर्मा ने मंगलवार को भाजपा को अलविदा कह दिया. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के निवर्तमान मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ भाजपा से इस्तीफा देने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की. वह तीसरी बार विधायक बने हैं.
विधायक रोशन लाल वर्मा सबसे पहले 2007 में बसपा से विधायक रहे. 2012 के चुनाव में भी विधायक बने. 2017 के चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. मगर, इस बार विधानसभा चुनाव 2022 से पहले ही उन्होंने भाजपा को भी अलविदा कह दिया है. उनका अब अगला ठिकाना सपा में होगा.
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पिछले विधानसभा चुनाव में रोशन लाल वर्मा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद को चुनाव हराया था. वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे, जबकि बसपा सरकार के पूर्व मंत्री अवधेश वर्मा बसपा से चुनाव लड़े थे. उन्होंने भाजपा के टिकट पर दोनों मंत्रियों को चुनाव हराया था.
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विधायक रोशन लाल वर्मा ने 1987 में साधन सहकारी समिति का चुनाव लड़कर राजनीतिक सफर की शुरूआत की थी. वह नौ वर्ष तक साधन सहकारी समिति और भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष रहे. इसके बाद उन्होंने बीडीसी का चुनाव लड़ा और ब्लॉक प्रमुख पद के लिए ताल ठोंक दी. रोशन लाल वर्मा 1995 से 2000 तक निगोही के निर्विरोध उप ब्लॉक प्रमुख बने थे. इसके बाद 2000 से 2005 तक निगोही के ब्लॉक प्रमुख चुने गए.
इसके बाद रोशन लाल वर्मा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने 2007 में पूर्व मंत्री कोबिद कुमार सिंह को हराकर विधानसभा में प्रवेश किया. 2008 के परिसीमन में निगोही विधानसभा तिलहर में बदल गई. इसके बाद 2012 में तिलहर विधानसभा से बसपा से एक बार फिर चुनाव जीतकर विधायक बने. 2016 में बसपा से निष्कासन होने के बाद रोशन लाल वर्मा बीजेपी में शामिल हो गए थे. 2017 के चुनाव में उन्होंने इतिहास कायम किया.
विधायक रोशन लाल वर्मा का छोटा बेटा सचिन वर्मा विकास खंड निगोही से ब्लॉक प्रमुख है. उनकी बहू-बेटी समेत चार लोग बीडीसी सदस्य हैं.
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विधायक रोशन लाल वर्मा भाजपा से विधायक थे. मगर, इसके बाद भी जिले के अफसर उनकी नहीं सुन रहे थे. उनके खिलाफ ही मुकदमे दर्ज हुए थे. कुछ समय पहले उन्होंने शोषण से त्रस्त होकर आत्महत्या तक की धमकी दी थी.
भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. दो-तीन दिन में सपा में शामिल हो जाएंगे.
रोशन लाल वर्मा, विधायक तिलहर
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद, बरेली