अलीगढ़ : अलीगढ़ में संगठन के खिलाफ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता खुलकर सामने आ गये हैं. पार्षद के पद के लिए टिकट नहीं मिलने से नाराज सपा नेता अपने समर्थकों के साथ शुक्रवार की रात को क्वार्सी स्थित पार्टी कार्यालय पर धरना पर बैठ गए. कार्यालय के अंदर जमकर हंगामा किया . समाजवादी पार्टी ने इस बार दो और तीन बार पार्षद का चुनाव जीत चुके कई नेताओं का टिकट काट दिया है. इस सूची में करीब एक दर्जन सपाई हैं. टिकट न मिलना ही इन निवर्तमान पार्षदों की नाराजगी की वजह है.
समाजवादी पार्टी के नाराज नेता रात को पार्टी कार्यालय पर स्क्रीनिंग कमेटी के आगे खुलकर बोले कि पैसे लेकर पार्षद का टिकट वितरण किया है. भाजपा और कांग्रेस से आए लोगों टिकट दिया है.अलीगढ़ में 90 वार्डों में से समाजवादी पार्टी ने 38 वार्डों पर पार्षदों के टिकट घोषित कर दिए. वार्ड नंबर 80 से 2 बार पार्षद रहे गुफरान ने बताया कि कांग्रेसी से आए व्यक्ति को पार्षद का टिकट पैसे लेकर दिया जा रहा है. देवेंद्र प्रधान ने आरोप लगाया कि स्क्रीनिंग कमेटी के लोग प्रदेश नेतृत्व को गुमराह कर रहे हैं.
शान मियां ने बताया कि 20 साल से सपा में हैं लेकिन टिकट बीजेपी से आए व्यक्ति को दिया गया. पार्षद के टिकट वितरण में पैसे चल रहे हैं. 3 दिन से लखनऊ भी दौड़ रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही. शान मिया ने ऐलान किया है कि जब तक पुराने कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं मिलेगा. धरना देंगे. तीन बार पार्षद रह चुके यामीन अब्बासी ने कहा कि 30-35 साल से नगर निगम की राजनीति कर रहा हूं. मेरे वार्ड से ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया गया जो पार्टी का कार्यकर्ता भी नहीं है. सपा में ऐसा पहली बार हुआ है कि संघर्षशील वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर चापलूस और धन बल के आधार पर टिकट दी गयी है. यामीन अब्बासी खुलेआम स्क्रीनिंग कमेटी के पूर्व महानगर अध्यक्ष पर नाम लेकर आरोप लगाते हैं.
इस मामले में सपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मी धनगर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी बड़ा परिवार है .पैसे लेकर टिकट वितरण करने का आरोप गलत है. पार्टी कार्यालय पर हंगामा के बाद वह पहुंची थीं. जिलाध्यक्ष ने कहा कि बड़े परिवार में अनबन होती है. स्क्रीनिंग कमेटी में महानगर अध्यक्ष से बात हुई है. सबको मनाएंगे. आरोप गलत हैं. टिकट वितरण में महानगर अध्यक्ष का सीधे हस्तक्षेप है. हाईकमान ने उन्हें अधिकार दिए हैं. हम किसी कार्यकर्ता के साथ अन्याय नहीं होने देंगे. पैसे लेकर टिकट वितरण का प्रूफ किसी के पास नहीं है.