Shine City Fraud Case: क्राइम ब्रांच का शिकंजा, करोड़ों के घोटाले के आरोपी कंपनी हेड राजीव गिरफ्तार

UP Crime News: गिरफ्तार राजीव सिंह मूलत: बिहार के कैमूर का रहने वाला है. वह वाराणसी के सुसुवाही में रहता था. राजीव सिंह की पत्नी नीतू कामेश्वर सिंह बिहार के सासाराम में टीचर है. राजीव ने ग्रेजुएशन करने के बाद कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा किया था.

By Prabhat Khabar News Desk | October 17, 2021 11:41 AM
an image

वाराणसी. शाइन सिटी मामले में करोड़ों के हुए फर्जीवाड़े में देर रात कंपनी हेड राजीव सिंह को वाराणसी क्राइम ब्रांच और लंका व चितईपुर पुलिस ने जयपुर के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया. राजीव सिंह गुमान होटल में अपना नाम बदलकर रह रहा था. पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को 50 हजार रुपये का नकद ईनाम देने की घोषणा की है.

गिरफ्तार राजीव सिंह मूलत: बिहार के कैमूर का रहने वाला है. वह वाराणसी के सुसुवाही में रहता था. राजीव सिंह की पत्नी नीतू कामेश्वर सिंह बिहार के सासाराम में टीचर है. राजीव ने ग्रेजुएशन करने के बाद कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा किया था. राजीव की मुलाकात राशिद नशिम से बिरला इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करते समय हुई थी. वर्ष 2013 में शाइन इंफ्राटेक कंपनी राशिद नसीम और उसके भाई आसिफ नसीम ने बनाई थी. उस वक्त राजीव को लखनऊ में मैनेजर नियुक्त किया गया था. उसके बाद कंपनी ने राजीव सिंह को वाराणसी का मैनेजर भी बना दिया जो कंपनी के लिए जमीन खरीदने का काम करता था.

इस संबंध में जानकारी देते हुये कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि एक और आरोपी राजीव सिंह को पुलिस ने जयपुर के एक होटल से गिरफ्तार किया है. वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस का यह अब तक तीसरे राज्य का सफल ऑपरेशन है. इसके पहले पुलिस आरोपियों को बिहार और बंगाल से भी गिरफ्तार कर चुकी है.

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जयपुर के थाना बजाज में राजीव सिंह की गिरफ्तारी दिखाई गई है. करोड़ों के घोटाले से सम्बंधित ये चौथा अभियुक्त है जिसकी गिरफ्तारी की गई है. राजीव के विरुद्ध वाराणसी व लखनऊ में कई मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें वह वांछित चल रहा था.

आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने विवेचना के दौरान राजीव सिंह को पकड़ने के लिए न्यायालय से गैर जमानती वारंट लिया था. EOW से मिले NBW और हुकुम तहरीरी के आधार पर राजीव सिंह और दूसरे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई गईं और धरपकड़ शुरू हुई थी. क्राइम ब्रांच और थाना चितईपुर व लंका की पुलिस टीम आरोपी राजीव की काफी समय तलाश कर रही थी. जयपुर के इस होटल में वह अपना नाम बदलकर और छिपकर रह रहा था. वाराणसी पुलिस द्वारा गिरफ्तार करके उसे सबसे पहले जयपुर के थाना बजाज नगर लाकर सारी औपचारिकता पूरी कर सड़क मार्ग से वाराणसी लाया जा रहा है

Also Read: Varanasi News: पीएम मोदी 25 अक्टूबर को आएंगे वाराणसी, रिंग रोड सहित कई योजनाओं की देंगे सौगात

इनपुट : विपिन कुमार

Exit mobile version