UP Assembly Elections 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं और 10 मार्च को नतीजे आने वाले हैं. लेकिन नतीजों से पहले EVM को लेकर पूरे यूपी में बवाल बचा हुआ है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह ईवीएम की हैंडलिंग को लेकर हंगामा किया. वाराणसी और बरेली में जमकर बवाल हुआ तो मेरठ के हस्तिनापुर में अलग की नजारा देखने को मिला. हस्तिनापुर के सपा उम्मीदवार का दूरबीन से स्ट्रांग रूम पर नजर रखने का फोटो वायरल हुआ.
बता दें कि वाराणसी के पहड़िया गेट पर मगलवार की शाम सपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया की दक्षिणी विधानसभा की ईवीएम को बदला जा रहा है और पहड़िया मंडी में गाड़ी रोक के हंगामा करने लगे और धरने पर बैठ गए. सपा कार्यकर्ताओं के हंगामे को सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचे और सपा समर्थको को समझाने का प्रयास किया लेकिन अधिकारियों की बात सपा समर्थक मानने को तैयार नहीं थे। सपा समर्थको से पुलिस के अधिकारियों से नोक्झोक भी होने लगी. देर रात वाराणसी जिलाधिकारी / निर्वाचन अधिकारी कोशल राज शर्मा ने देर रात सभी कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट और VVPAT निर्वाचन आयोग के ऑब्जर्वर्स की मौजूदगी में चेक किए गए. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया की 20 EVM सेट को सभी कैंडिडेट की संतुष्टिजनक जांच करके बक्से सील कराये गए और स्ट्रांग रूम परिसर से हटाए गए.
वाराणसी के अलावा अन्य जिलों में भी सपाइयों ने हंगामा किया. सोनभद्र में राजकीय पालिटेक्निक कालेज स्थित स्ट्रांग रूम में जा रहे एक वाहन को सपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार की दोपहर पकड़ लिया .आरोप था कि उसमें बैलेट पेपरहै. जो बैलेट पेपर ईवीएम के पास नहीं होना चाहिए था, वह वहीं भेजा जा रहा था. बरेली में ताले लगे बक्से लेकर मतगणना स्थल के अंदर जा रहे नगर निगम के वाहन को सपा नेताओं ने रोक लिया.
वहीं अखिलेश यादव ने अपने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे मतगणना केंद्रों से तब तक ना हटें जब तक वहां पर गिनती पूरी ना हो जाए. वैसे अखिलेश ने जो आरोप लगाए हैं, उस पर बनारस के डीएम ने भी सफाई पेश की थी. उन्होंने जोर देकर कहा था कि इन ईवीएम का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है. उनकी माने तो कर्मियों को ट्रेनिंग के लिए ले जाया जा रहा था.