UP Election Results 2022: औरैया की इस सीट पर बना रिकॉर्ड, पहली बार किसी महिला ने जीता चुनाव
UP Election Results 2022: बिधूना विधानसभा सीट पर सन 1952 से 2017 के विधानसभा चुनाव तक पुरुषों का कब्जा रहा, लेकिन 2022 के रण में यहां पहली बार महिला विधायक के तौर पर सपा की रेखा वर्मा निर्वाचित हुई हैं.
UP Election Results 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 का परिणाम 10 मार्च को जारी हुआ. भारतीय जनता पार्टी ने 255 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया. जबकि समाजवादी पार्टी को 111 सीटों से संतोष करना पड़ा. इस चुनाव में कई रिकॉर्ड बने हैं. उनमें से एक रिकॉर्ड औरैया की बिधूना सीट पर भी बना है. वह है यहां से पहली बार किसी महिला का विधायक चुना जाना. उस महिला का नाम है- रेखा वर्मा.
रेखा वर्मा ने रिया शाक्य को हराया
बिधूना विधानसभा सीट पर सन 1952 से 2017 के विधानसभा चुनाव तक पुरुषों का कब्जा रहा, लेकिन 2022 के रण में यहां पहली बार महिला विधायक के तौर पर सपा की रेखा वर्मा निर्वाचित हुई हैं. सपा प्रत्याशी रेखा वर्मा ने भाजपा प्रत्याशी रिया शाक्य को 7 हजार 629 मतों से हराकर जीत हांसिल की है.
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2022 के चुनाव में इनको मिला टिकट
औरैया की बिधूना सीट से सपा ने रेखा वर्मा, भाजपा ने रिया शाक्य और कांग्रेस ने सुमन व्यास को महिला प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा था, जबकि बसपा ने गौरव रघुवंशी को टिकट दिया था. वहीं, 10 मार्च को हुई मतगणना में शुरूआती रुझान से अंदाजा लग रहा था कि चुनाव में सपा व भाजपा के बीच सीधी लड़ाई है, लेकिन चुनाव के परिणाम के साथ ही साथ लोगों में चर्चा हो रही थी कि इस बार पहली दफा बिधूना क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कोई महिला करेगी. वहीं चुनाव परिणाम आने के बाद यह अनुमान सफल भी हो गया है.
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ससुर 6 बार तो पति 1 बार बने विधायक.
बता दें, रेखा वर्मा के ससुर धनीराम वर्मा छह बार तो पति डॉ. महेश वर्मा एक बार विधायक चुने जा चुके हैं. धनीराम वर्मा 1980 में औरैया से, तो 1989, 1991, 1993, 1996 व 2007 में बिधूना विधानसभा से विधायक चुने गए थे. इस दौरान वह 15 दिसंबर 1993 से 20 जून 1995 तक उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे. वहीं, 21 अप्रैल 1997 से 15 सितंबर 2001 तक वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे. धनीराम वर्मा ने 2009 में सपा छोड़कर विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था. इसके बाद हुए उपचुनाव में डॉ. महेश वर्मा बसपा से चुनाव लड़े और जीत हासिल कर विधायक बने थे.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी, कानपुर