Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जे एन मेडिकल कॉलेज में क्लास के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी से धार्मिक भावनाओं को आहत करने के संबंध में पर निलंबित किए गए सहायक प्रोफेसर डॉ जितेंद्र कुमार के मामले की जांच के लिए एएमयू ने 4 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग इंक्वायरी कमेटी बनाई है.
एएमयू ने बनाई फैक्ट फाइंडिंग इंक्वायरी कमेटी… एएमयू के कुलपति प्रो तारिक मंसूर ने जे एन मेडीकल कालिज के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के डॉक्टर जितेन्द्र कुमार, जिन्हें कथित मिसकंडक्ट के लिये हाल ही में निलंबित कर दिया गया था, से सम्बन्धित मामले की जांच के लिये 4 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग इंक्वायरी कमेटी बनाई है. बाटनी विभाग के सेवानिवृत प्रोफेसर आरपी सिंह इस कमेटी के अध्यक्ष, कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर एम अथहर अंसारी, फीजियोलोजी विभाग की प्रोफेसर संगीता सिंघल सदस्य हैं. कमेटी के संयोजक डिपार्टमेंटल इंक्वारी सेक्शन के असिस्टेंट रजिस्ट्रार होंगे. कमेटी को उक्त मामले के सभी पहलुओं के सम्बन्ध में अपनी रिपोर्ट शीघ्र अति शीघ्र जमा करने के लिये कहा गया है.
डॉ जितेंद्र से पुलिस ने की थी गहन पूछताछ … पुलिस ने एएमयू के सहायक प्रोफेसर डॉ जितेंद्र कुमार को पूछताछ के लिए मामले की विवेचना कर रहे मेडिकल चौकी प्रभारी नौशाद अली ने चौकी बुलाया था. पुलिस ने एएमयू के सहायक प्रोफेसर डॉ जितेंद्र कुमार को एक नोटिस तामिल कराया, जिसमें विवेचना के दौरान सहयोग करने, पुलिस जब बुलाए तब आने, पुलिस की बिना अनुमति के बाहर ना जाने की बात लिखी हैं.
पुलिस ने ले ली थी विवादास्पद पीपीटी… पुलिस ने एएमयू के प्रोफेसर डॉ जितेंद्र कुमार से वह विवादास्पद पीपीटी भी ले ली है, जिससे मेडिकल के छात्रों को पढ़ाया गया था.
यह है मामला… एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में सहायक प्रोफेसर डॉ जितेंद्र कुमार पर यह आरोप है कि उन्होंने एमबीबीएस 2019 बैच के विद्यार्थियों को कक्षा में प्रोजेक्टर के माध्यम से दुष्कर्म विषय पर देवी-देवताओं के बारे में आपत्तिजनक आपत्तिजनक बातें पढ़ाई थीं. एक स्टूडेंट ने उस पीपीटी का फोटो खींचकर ट्वीट किया था, इसके बाद मामला गरमाया. एएमयू ने डॉ जितेंद्र कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी कर निलंबित कर दिया था.
भाजपा नेता ने दी थी थाने में शिकायत..भाजपा नेता निशित शर्मा ने थाना सिविल लाइन में एएमयू प्रो. डॉ जितेंद्र कुमार के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने को लेकर शिकायत की थी. इस संबंध में एएमयू प्रॉक्टर व रजिस्ट्रार से बातचीत की गई. एएमयू की तरफ से जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई करने की बात कही गई.