उत्तर प्रदेश के बरेली में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है.यहां एक जिंदा बुजुर्ग के रिश्तेदार ने फर्जी मृत्यु प्रमाण बनवाकर बेशकीमती जमीन नाम करा ली.बुजुर्ग की शिकायत पर नगर आयुक्त ने जांच कराई.नगर स्वास्थ्य अधिकारी की जांच में फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र पर फर्जी हस्ताक्षर मिले हैं.इसके बाद नगर निगम कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है.
शहर के रामपुर गार्डन निवासी बुजुर्ग दिनेश गिरी का मृत्यु प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया है. जांच में उनके प्रमाण पत्र में फर्जी हस्ताक्षर मिले हैं.अब नगर निगम ने मामले में रिपोर्ट दर्ज करने की तैयारी की है. चर्चा है कि बुजुर्ग के रिश्तेदार ने ही जमीन के लालच में फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया था.
पिछले दिनों एक बुजुर्ग अपना मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर नगर निगम पहुंचे तो वहां सभी हैरान रह गए.बुजुर्ग की शिकायत पर नगर आयुक्त ने मामले की जांच नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा.अशोक कुमार को दी.जांच में उन्हें कई तथ्य मिले हैं.उनका कहना है कि प्रमाण पत्र में दर्शाए गए हस्ताक्षर फर्जी हैं. यह प्रमाणपत्र गोंडा जिले में पीड़ित के एक रिश्तेदार ने जमीन हड़पने के लिए बनवाया था. इस आधार पर उसने जमीन भी अपने नाम दर्ज कर ली है.इसकी पुष्टि होने के बाद अब नगर स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से मामले में रिपोर्ट दर्ज करने की तैयारी चल रही है।
-तो क्या जनसेवा केंद्र पर बना फर्जी प्रमाण पत्र
शहर में ऑनलाइन जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के काम कुछ जनसेवा केंद्रों को भी दिया हुआ है.वहां फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का खेल चल रहा है.यह शिकायत पहले भी आ चुकीं हैं.इससे लोगों को दिक्कत हो रही है.ऐसे ही किसी सेंटर ने रामपुर गार्डन के एक बुजुर्ग दिनेश गिरि का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया है.
रामपुर गार्डन के एक बुजुर्ग काफर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हुआ है.प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर भी फर्जी हैं. जांच में इसका खुलासा हुआ है.मामले की उच्च अधिकारियों को जानकारी दे दी गई है.अब रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी.
डॉ.अशोक कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, बरेली
इनपुट : मुहम्मद साजिद