UP News : एसएन मेडिकल कॉलेज में अल्ट्रासाउंड के लिए नहीं करना पड़ेगा इंतजार, नेत्र विभाग को मिली नई मशीनें
इन मशीनों की मदद से अब आंखों से संबंधित मरीजों को तमाम उच्च स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी. वही अब मरीजों को इलाज के लिए इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा.
आगरा. आगरा के सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज में स्थित नेत्र विभाग में 3 नई मशीनें शुरू की गई हैं. इन मशीनों का शुभारंभ एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर प्रशांत गुप्ता द्वारा किया गया. इस दौरान नेत्र विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर स्निग्धा सेन भी मौजूद रहीं. यह तीनों मशीन विश्व स्तरीय है. और इन मशीनों की मदद से अब आंखों से संबंधित मरीजों को तमाम उच्च स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी. वही अब मरीजों को इलाज के लिए इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा.
विश्व स्तरीय हैं आपरेटिंग माइक्रोस्कोप मशीन
नेत्र विभाग की विभाग अध्यक्ष प्रो स्निग्धा सिंह ने बताया की विभाग में तीन नई मशीनों की शुरुआत की गई है. जिसमें ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप मशीन जो कि विश्व स्तर की है. हालांकि माइक्रोस्कोप पहले भी था लेकिन इस मशीन से सर्जरी की गुणवत्ता और क्वालिटी में काफी इजाफा होगा. और मरीज को बेहतर रोशनी देने में सफल होंगे.
ग्लूकोमा की जांच होगी आसान
उन्होंने बताया कि दूसरी मशीन ऑटोमेटेड पेरिमीटर ग्लूकोमा की जांच के लिए है. आंख की बीमारी से संबंधित मरीजों के देखने का दायरा (फील्ड ऑफ विजन) कम हो जाता है. ऐसे में 5 से 6 महीने में उनकी जांच की जाती है. इस मशीन की वजह से अब उन्हें कहीं और रेफर नहीं करना पड़ेगा. क्योंकि अगर एक बार ऐसे मरीजों का विजन चला गया तो फिर उसे दोबारा ला पाना काफी मुश्किल है.
खत्म होगी 15 दिन की वेटिंग
प्रो स्निग्धा सेन ने बताया तीसरी मशीन अल्ट्रासाउंड की है जिसे b-scan भी कहा जाता है. इस मशीन से आंखों का अल्ट्रासाउंड किया जाएगा. क्योंकि आंखों के पर्दे में पीछे की तरफ कई बीमारियां ऐसी होती है जिनको अल्ट्रासाउंड के द्वारा ही देखा जा सकता है. अभी तक रेडियोलॉजी विभाग में अल्ट्रासाउंड के लिए मरीजों को भेजा जाता था. ऐसे में मरीजों को 10 से 15 दिन की वेटिंग भी मिलती थी. लेकिन अब नेत्र विभाग में ही अल्ट्रासाउंड मशीन लगने की वजह से तत्काल मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिल सकेगी.
ऑफल्मोलॉजी मासिक जनरल का सब्सक्रिप्शन उपलब्ध
प्रो. स्निग्धा सिंह ने बताया कि विश्व स्तरीय अमेरिकन एकेडमी का ऑफल्मोलॉजी मासिक जनरल का सब्सक्रिप्शन भी उन्होंने अब विभाग में उपलब्ध कराया है. यह पोस्ट ग्रेजुएट विद्यार्थियों के उच्च पठन-पाठन एवं शोध कार्यों में अत्यंत लाभकारी रहेगा.